नई दिल्ली। देश में आईटी सेक्टर में काम करने वालों के लिए बुरी खबर है। अमेरिका स्थित रिसर्च फर्म एचएफएस के मुताबिक अगले पांच साल में भारत के आईटी सेक्टर में 6.5 लाख लोगों की नौकरियां छिन सकती है। रिसर्च फर्म का कहना है कि भारत का आईटी सेक्टर ज्यादा कर्मचारियों के बोझ तले दबा हुआ है और कम दक्षता वाली नौकरियां जैसे ऑटोमेशन में यह छंटनी होगी। आईटी सेक्टर इस समय 35 लाख लोगों को जॉब दे रही है।
एचएफएस की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 तक ग्लोबल स्तर पर करीब 9 फीसदी (14 लाख) लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है। इसका असर फिलिपींस, ब्रिटेन और अमेरिका पर भी पड़ेगा। रिसर्च में यह कहा गया है कि भारत का आईटी सेक्टर लगभग 6.4 लाख नौकरियां खत्म करने जा रहा है। ये हर पांच में से एक नौकरी खत्म करने जैसा है। इसकी बड़ी वजह भारतीय आईटी इंडस्ट्री में ऑटोमेशन तकनीक का आगाज है।
एचएफएस रिसर्च के सीईओ फिल फ्रेस्ट ने इन आंकड़ों पर कहा,” पिछले दो दशकों में भारत के आईटी सेक्टर ने जबरदस्त उछाल देखा है लेकिन यह पहली बार है जब ऐसी मंदी छाई है। भारत की कंपनियों और कर्मचारियों के लिए ये बुरा समय है”। हालांकि आईटी इंडस्ट्री की संस्था ‘द नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज’ (नैसकॉम) ने रिपोर्ट को नकारते हुए कहा कि इसमें सभी नौकरियों को ठीक तरह से नहीं दर्शाया गया है। नैसकॉम के सीनियर प्रेसिडेंट संगीता गुप्ता ने कहा कि ऑटोमेशन का कुछ असर आईटी सेक्टर पर होगा। लेकिन उनका मानना है कि टेक्नॉलॉजी को अपनाने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।