नयी दिल्ली। आयकर विभाग ने लैपटॉप और मोबाइल फोन के एक व्यापारी पर छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में आयात बिल या चालान (इन्वॉयस) को कम कर दिखाने के मामले का पता लगाया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने शनिवार को यह जानकारी दी। सीबीडीटी के अनुसार, 10 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर समेत हरियाणा और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में इस संबंध में छापेमारी की गई।
आयकर विभाग के लिए नीति बनाने वाली संस्था सीबीडीटी ने एक बयान में कहा, ‘‘तलाशी के दौरान मिले और जब्त किए गए सबूतों से पता चलता है कि विदेशी माल भेजने वालों को इस तरह के कम कर दिखाए गए बिलों का भुगतान हवाला के जरिए किया गया है।’’ उसने कहा कि छापेमारी में लगभग पूरा कारोबार इसी तरह की तौर-तरीकों से चलता पाया गया है। इस दौरान 2.75 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी भी जब्त की गई है।
कर अधिकारियों ने पाया कि इस व्यापार समूह ने मुखौटा कंपनियों के जरिये कम मूल्य दिखाकर आयात किया। जांच में यह तथ्य सामने आयात कि इस समूह ने तीन साल के दौरान सिर्फ 20 करोड़ रुपये का आयात दिखाया है जबकि इस अवधि के दौरान आयात का मूल्य 2,000 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है।