नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि उसने 16 अगस्त को आयकर विभाग ने भारत में विभिन्न दूरसंचार कंपनियों के लिए दूरसंचार उपकरणों के व्यापार और इन वस्तुओं की स्थापना और सर्विसिंग में लगी एक कंपनी के परिसरों की तलाशी ली है। वित्त मंत्रालय ने बताया कि उक्त संस्थाएं अपना आयकर रिटर्न (आईटीआर) भी दाखिल नहीं करती हैं। ऐसी और भी संदिग्ध संस्थाओं की जांच की जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि फर्जी खर्च सैकड़ों करोड़ में होगा।
वित्त मंत्रालय ने बताया कि अब तक सैकड़ों करोड़ की कर देनदारी की पहचान की गई है। परिसर से 62 लाख रुपये से अधिक की बेहिसाबी नकदी मिली है। तलाशी के दौरान 3 लॉकर भी मिले हैं, जिनको अपने कब्जे में लिया गया है। इस संबंध में जांच जारी है।
मंत्रालय ने बताया कि भारत में कॉर्पोरेट ऑफिस, विदेशी निदेशक के घर, कंपनी सचिव के घर, कंपनी सेकेटरी और एक विदेशी सहायक कंपनी के कैश हैंडलर सहित 5 परिसरों में तलाशी ली गई है। बिक्री बिलों की तुलना में आयात बिलों की जांच से पता चलता है कि इन वस्तुओं के व्यापार पर भारी सकल लाभ (लगभग 30%) है, हालांकि, कंपनी पिछले कुछ वर्षों में भारी नुकसान दिखा रही है।