नई दिल्ली। 2020-21 चीनी वर्ष के दौरान देश में 302 लाख टन चीनी का उत्पादन हो सकता है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन यानि इस्मा ने आज चीनी उत्पादन का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी कर दिया है। इस्मा के पहले अनुमान में 310 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान दिया गया था। एसोसिएशन के मुताबिक सीजन में उत्तर प्रदेश का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले घटने की संभावना है, हालांकि महाराष्ट्र से चीनी उत्पादन में तेज उछाल संभव है। वहीं कर्नाटक में भी उत्पादन पहले से बेहतर रहने का अनुमान दिया गया है।
इस्मा के अनुमानों कें मुताबिक 2020-21 शुगर सीजन में उत्तर प्रदेश की चीनी मिलें 105 लाख टन चीनी का उत्पादन कर सकती हैं। पिछले साल 126.37 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। एसोसिएशन के मुताबिक गन्ने की कम पैदावार के साथ साथ और गुड़ और एथेनॉल का उत्पादन बढ़ने से चीनी के कुल उत्पादन में गिरावट देखने को मिली है। वहीं महाराष्ट्र में मौजूदा सीजन के दौरान 105.41 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान है जो कि पिछले साल 61.69 लाख टन के स्तर पर था। एसोसिएशन के मुताबिक इस बार गन्ने का क्षेत्र 48 फीसदी बढ़ा है जिससे चीनी के उत्पादन पर भी असर देखने को मिला। कर्नाटक में पिछले साल के 34.94 लाख टन के मुकाबले 42.5 लाख टन चीनी के उत्पादन होने का अनुमान दिया गया है। देश के अन्य राज्यों में चीनी का उत्पादन पिछले साल के स्तरों के करीब रहने का ही अनुमान दिया गया है।
इस्मा के मुताबिक 1 अक्टूबर 2020 को यानि सीजन की शुरुआत में देश का चीनी स्टॉक 107 लाख टन के स्तर पर था। मौजूदा सीजन में 302 लाख टन के चीनी उत्पादन के मुकाबले घरेलू खपत के 260 लाख टन के करीब रहने और 60 लाख टन चीनी का निर्यात होने के बाद सीजन के अंत में चीन की स्टॉक 89 लाख टन के स्तर पर रहेगा जो कि ओपनिंग स्टॉक के मुकाबले काफी कम है।