नई दिल्ली। देश में चीनी खाने को लेकर भ्रांतियों को दूर करने और चीनी की खपत बढ़ाने के मकसद से उद्योग संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने बुधवार को 'मीठा डॉट ओआरजी' नाम से एक पोर्टल लांच किया। खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव सुधांशु पांडेय ने इस्मा का पोर्टल लांच करते हुए कहा कि चीनी के उपभोग के संबंध में उपभोक्ताओं में जागरूकता लाने की जरूरत है, जिसमें यह पोर्टल सहायक होगा। उनके अनुसार, भारत में कुल मिलाकर चीनी की खपत ज्यादा है, लेकिन प्रति व्यक्ति खपत विगत कुछ साल से करीब 19 किलो पर ही स्थिर है। चीनी उत्पादन के मामले में ब्राजील के बाद भारत दूसरे नंबर पर आता है, लेकिन खपत के मामले में यह कई देशों से पीछे है।
इस्मा ने एक बयान में कहा कि विश्व में प्रति व्यक्ति चीनी की खपत लगभग 22.5 किलो है, लेकिन भारत में केवल लगभग 19 किलोग्राम चीनी की खपत होती है और यह पिछले दो दशकों से स्थिर बना हुआ है। इस्मा ने कहा कि भारत में प्रति व्यक्ति चीनी के सेवन की दर सालाना 19 किलो प्रति व्यक्ति सालाना है, जो दुनिया के औसत 23 किलो से काफी कम है, जबकि विकसित देशों जैसे यूएसए, यूके, जर्मनी, फ्रांस, सिंगापुर, रूस, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया आदि में यह आंकड़ा 35 से 50 किलो प्रति व्यक्ति सालाना है।
इस्मा के अनुसार, 2000 से 2016 के बीच भारत में प्रति व्यक्ति चीनी का उपभोग दुनिया में सबसे कम - 1.25 फीसदी सालाना- से बढ़ा है। हालांकि इस अवधि में देश में प्रति व्यक्ति आय में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है, जिसके अनुसार चीनी के सेवन की दर ज्यादा तेजी से बढ़नी चाहिए थी।
इस्मा ने चीनी से जुड़े मिथकों व भ्रांतियों को दूर कर सही जानकारी देने के लिए यह पोर्टल लांच किया है। पांडेय ने कहा, "मैं चीनी पर मिथकों को तोड़ने और चीनी को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए की गई महत्वपूर्ण पहल के लिए इस्मा को बधाई देना चाहता हूं। गलत सूचना के साथ समस्या यह है कि यह तेजी से फैलती है। लेकिन लोगों को खाद्य पदार्थ और पोषण के बारे में सही सूचनाओं के आधार पर सही निर्णय लेने की जरूरत है।"
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद, ने जनवरी 2020 में स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से भारत में चीनी के सेवन पर अपनी तरह का पहला सर्वेक्षण करवाया जिसके नतीजों के अनुसार, भारत के महानगरों में एक व्यक्ति रोजाना चीनी का सेवन 19.5 ग्राम करता है जो आईसीएमआर द्वारा अनुशंसित मात्रा 30 ग्राम से कम है।