नई दिल्ली। इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (आईआरएफसी) का 4,600 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) इसी महीने आ सकता है। यह रेलवे की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) का पहला आईपीओ होगा। आईआरएफसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अमिताभ बनर्जी ने कहा, ‘‘काफी हद तक संभावना है कि यह आईपीओ इस महीने के तीसरे सप्ताह तक आएगा। लेकिन यदि बाजार परिस्थितियां अच्छी नहीं रहती हैं, तो हम इसे जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में भी ला सकते हैं।’’ आईआरएफसी एंकर निवेशकों से भी पैसा जुटाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार इस आईपीओ में एंकर निवेशकों से भी पैसा जुटाने की तैयारी कर रही है।’’ आईआरएफसी ने जनवरी, 2020 में आईपीओ के लिए दस्तावेजों का मसौदा जमा कराया था। बाजार सूत्रों ने कहा कि आईपीओ से करीब 4,600 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है।
आईपीओ में एंकर निवेशकों को जोड़ने के बारे में बनर्जी ने कहा कि यह एक भरोसे वाला बाजार है। एंकर निवेशक इस बात को लेकर आश्वस्त होंगे कि इन्हें नियमित बोली प्रक्रिया के बिना अपने हिस्से के शेयर पाने में कोई दिक्क्त नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा उन्हें बिना बोली मार्ग के आईआरएफसी में निवेश करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा बाजार में बाहर खड़े अन्य निवेशकों को भी इससे भरोसा मिलेगा।’’ यह आईपीओ 178.20 करोड़ शेयरों का होगा। इसमें 118.80 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे जबकि सरकार 59.40 करोड़ शेयर की बिक्री पेशकश लाएगी। आईपीओ की राशि के इस्तेमाल के बारे में उन्होंने कहा कि इसमें से 10 प्रतिशत कंपनी के बही-खाते में डाली जाएगी, जिससे उसका नेटवर्थ बढ़ेगा। इसके अलावा पांच प्रतिशत राशि सरकार के खजाने में जाएगी। बनर्जी ने कहा कि इस आईपीओ को निवेशकों की तरफ से अच्छा रिस्पॉन्स मिलने की संभावना काफी है।