नई दिल्ली। नवीकरणीय ऊर्जा पर बढ़ते जोर से सेक्टर से जुड़ी कंपनियों को इसका फायदा मिलने लगा है। भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था लिमिटेड यानि इरेडा के द्वारा घोषित नतीजों के मुताबिक कंपनी ने अब तक का उच्चतम छमाही कर-उपरान्त लाभ दर्ज किया है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। इरेडा ने आज ही अपने नतीजे जारी किये हैं। नतीजों के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 6 महीने में PAT पिछले साल के मुकाबले 207 करोड़ रुपये से बढ़कर 300 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो कि अब तक का उच्चतम स्तर है। वहीं इस दौरान ऑपरेशंस से आय में 8 प्रतिशत की बढ़त रही है। छमाही के दौरान नेट एनपीए 5.97 प्रतिशत से घटकर 4.87 प्रतिशत के स्तर पर आ गये । वहीं मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी को 110 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ है।
पिछले महीने ही इरेडा ने नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने और धन जुटाने में मदद के लिए नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे। इरेडा ने एक बयान में कहा था कि समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत एजेंसी नीपको के लिए नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता और संरक्षण परियोजनाओं के लिए प्रौद्योगिकी-वित्तीय कार्यक्रम चलाएगी। इरेडा अगले पांच वर्ष के दौरान नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के सृजन और और अधिग्रहण के लिए कार्रवाई योजना बनाने में सहयोग करेगी। इरेडा के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने कहा कि समझौता ज्ञापन 2030 तक कार्बन उत्सर्जन को 33 प्रतिशत तक कम करने के सरकार के लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान देगा। दास ने कहा, ‘‘एमओयू पर हस्ताक्षर के जरिये इरेडा, नीपको के साथ सहयोग और समन्वय को बढ़ाना जारी रखेगी। साथ ही एजेंसी नवीकरणीय ऊर्जा विकास के लिए आगे के कार्य को बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन की समस्या को हल करने के लिए मिलकर काम करेगी।’’ इससे पहले इरेडा ने एसजेवीएन, एनएचपीसी आदि के साथ एमओयू किया था।