नयी दिल्ली। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि बीमा क्षेत्र के नियामक इरडई ने भारती एक्सा जनरल इंश्योरेंस के साधारण बीमा कारोबार को उससे अलग कर उसके साथ मिलाने की योजना को अंतिम मंजूरी दे दी है। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने नियामकीय सूचना में कहा है, ‘‘इस संबंध में कंपनी को तीन सितंबर 2021 को बीमा क्षेत्र के नियामक इरडई से प्रस्तावित योजना को लेकर अंतिम मंजूरी का पत्र प्राप्त हुआ है।’’ इस योजना के लिये प्रभावी तिथि एक अप्रैल 2020 रखी गई थी।
बीमा कंपनी ने कहा है, ‘‘साधारण बीमा व्यवसाय को अलग करने और उसके हस्तांतरण की अंतिम मंजूरी मिलने की तारीख से तीन दिन के भीतर सौदा प्रभावी हो जायेगा जैसा की योजना में कहा गया था।’’ कंपनी ने यह भी कहा है कि भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडई) ने आईसीआईसीआई बैंक को आईसीआईसीआई लोम्बार्ड में अपनी हिस्सेदारी कम करके 30 प्रतिशत पर लाने को भी मंजूरी दे दी है। हालांकि यह काम बीमा कानून 1938 के अनुपालन और जरूरी नियमनों पर निर्भर होगा।
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने पिछले साल भारती एंटरप्राइजिज द्वारा प्रवर्तित भारती एक्सा जनरल इंश्योरेंस के अधिग्रहण का पक्का समझौता किया था। यह सौदा पूरी तरह से शेयरों के लेनदेन से किया जाना है। दोनों कंपनियों के निदेशक मंडलों द्वारा स्वीकार किये गये शेयर अदला-बदली फार्मूले के मुताबिक भारती एक्सा के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक 115 शेयरों के लिये आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के दो शेयर मिलेंगे।
वर्तमान में भारती एंटरप्राजिज के पास भारत एक्सा जनरल इंश्योरेंस की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि शेष 49 प्रतिशत फ्रांस की बीमा कंपनी एक्सा के पास है। अलग होने के बाद भारती एक्सा जनरल इश्योरेंस कंपनी नहीं रह जायेगी और भारती एंटरप्राइजिज और एक्सा दोनों ही गैर- जीवन बीमा कारोबार से बाहर हो जायेंगी।