नयी दिल्ली। लंबे समय से शेयर बाजार में लिस्टिंग का इंतजार कर रही बीमा कंपनियों को राहत मिली है। बीम कंपनियों की सूचीबद्धता का रास्ता साफ करते हुए बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने एक मसौदा जारी किया है। इसमें प्रस्ताव किया कि प्रवर्तकों की न्यूनतम शेयरधारिता सभी समय में चुकता इक्विटी पूंजी के 50 प्रतिशत पर रहेगी।
इरडा के सूचीबद्ध भारतीय बीमा कंपनियों पर दिशा निर्देशों के मसौदे में कहा गया है कि प्रवर्तकों तथा प्रवर्तक समूह की हिस्सेदारी को हर समय चुकता इक्विटी पूंजी के 50 प्रतिशत पर रखा जाएगा। हालांकि, यदि प्रवर्तकों की मौजूदा हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से कम है, तो यह न्यूनतम हिस्सेदारी होगी।
अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री अरण जेटली ने चार पूर्ण स्वामित्व वाली सरकारी साधारण बीमा कंपनियों की सूचीबद्धता का प्रस्ताव किया था। ये चार कंपनियां हैं, न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी, ओरियंटल इंश्योरेंस कंपनी तथा यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी। अन्य कंपनियों में एचडीएफसी लाइफ तथा आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने आईपीओ लाने तथा सूचीबद्ध होने की घोषणा की है। फिलहाल कोई भारतीय बीमा कंपनी सूचीबद्ध नहीं है।
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