नई दिल्ली। भारत को कच्चा तेल निर्यात करने के मामले में इराक ने सऊदी अरब को पछाड़ दिया है। इसी के साथ चालू वित्त वर्ष में इराक भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाला शीर्ष देश बन गया है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह जानकारी दी। पारंपरिक तौर पर सऊदी अरब भारत के लिए तेल का सबसे बड़ा स्रोत है लेकिन 2017-18 की अप्रैल-अक्टूबर अवधि में इराक ने 2.58 करोड़ टन तेल की आपूर्ति करके उससे यह ताज छिन लिया।
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में प्रधान ने कहा कि 2017-18 के पहले सात महीनों में सऊदी अरब ने 2.19 करोड़ टन कच्चे तेल की आपूर्ति की। उन्होंने बताया कि लगातार दूसरे साल इसी अवधि में भारत को 1.25 करोड़ टन तेल की बिक्री करके ईरान तीसरे स्थान पर बरकरार रहा।
2010-11 तक सऊदी अरब के बाद ईरान कच्चा तेल आपूर्ति करने वाले दूसरा सबसे बड़ा देश था। लेकिन पश्चिमी देशों द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद आगामी वर्षों में वह 7वें स्थान पर पहुंच गया।
प्रधान ने कहा कि 2013-14 और 2014-15 में ईरान ने भारत को क्रमश: 1.1 करोड़ टन और 1.09 करोड़ टन कच्चे तेल की आपूर्ति की। 2015-16 में यह आंकड़ा बढ़कर 1.27 करोड़ टन हो गया। आने वालों सालों में यह 2.72 करोड़ टन पहुंच गया और भारत को तेल की आपूर्ति करने वाले देशों में ईरान तीसरे स्थान पर पहुंच गया।
वहीं, इस वित्त वर्ष के पहले सात महीने में 1.15 करोड़ टन तेल की आपूर्ति करने वाला वेनेजुएला भारत को तेल आपूर्ति करने वाला चौथा सबसे बड़ा देश है। अपनी तेल जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत 80 प्रतिशत आयात पर निर्भर है। भारत ने अप्रैल-अक्टूबर में 45.1 अरब डॉलर से 12.58 करोड़ टन कच्चे तेल का आयात किया।