नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि ईरान पर से अंतराष्ट्रीय प्रतिबंध समाप्त होने से बहुत अधिक अवसर सामने आए हैं और भारत व्यापार, निवेश, बुनियादी ढांचे तथा उर्जा आदि क्षेत्रों में इस देश के साथ सहयोग बढाने की संभावनाएं देख रहा है।
मोदी ने दो दिवसीय ईरान यात्रा पर यहां पहुंचने से पहले ईरान की संवाद समिति इरना से बातचीत में कहा कहा, कठिन दौर में भी, भारत व ईरान ने हमेशा अपने संबंधों को नयी मजबूती देने पर ध्यान दिया है। मौजूदा परिदृश्य में दोनों देश व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, बुनियादी ढांचा व उर्जा सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में अपने सहयोग को बढाने पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत की सार्वजनिक व निजी कंपनियां ईरान में निवेश की इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए समझौते पर हस्ताक्षर होने से व्यापक कनेक्टिविटी की सुविधा बनेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ईरान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के समाप्त होने से दोनों देशों के लिए विशेषकर आर्थिक मोर्चे पर :सहयोग के: असीमित अवसरों के द्वार खुले हैं। उन्होंने कहा कि भारत पारस की खाड़ी स्थित इस देश में अपना निवेश बढाना चाहता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत भी तेल सम्पन्न ईरान से अपने यहां पूंजी व निवेश का स्वागत करता है।
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