नई दिल्ली। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने मंगलवार को देश का पहला 100 ऑक्टेन पेट्रोल पेश किया। इससे भारत भी उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया जहां बाजार में इस तरह का उच्च गुणवत्ता वाला ईंधन उपलब्ध है। आज केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस ईंधन को बाजार में पेश किया। दुनिया भर में 100 ऑक्टेन पेट्रोल लक्जरी वाहनों के लिये अच्छा माना जाता है। यह केवल छह देशों अमेरिका, जर्मनी, यूनान, इंडोनेशिया, मलेशिया और इजरायल में उपलब्ध है।
कहां होगी 100 ऑक्टेन पेट्रोल की बिक्री
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस ईंधन को पेश करते हुए कहा कि एक्सपी 100 प्रीमियम पेट्रोल शुरुआत में 10 शहरों ‘दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा, आगरा, जयपुर, चंडीगढ़, लुधियाना, मुंबई, पुणे और अहमदाबाद’ में आईओसी के चुनिंदा बिक्री केन्द्रों पर उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि यह ईंधन उत्तर प्रदेश में आईओसी की मथुरा रिफाइनरी में तैयार किया जाता है और इसकी चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर आपूर्ति की जाती है। इंडियन ऑयल के मुताबिक अगले चरण में ये पेट्रोल चेन्नई, बैंग्लुरू, हैदराबाद, कोच्चि और कोलकाता में उतारा जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने हाल ही में ओक्टेन 99 पेश किया था और अब आईओसी एक्सपी100 के साथ बाजार में आया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत की तकनीकी प्रगति का प्रमाण है और हमारी रिफाइनरियों में इसका निर्माण आत्मनिर्भर भारत का एक बढ़िया उदाहरण है।’’
क्या है हाई ऑक्टेन फ्यूल
ऑक्टेन रेटिंग ईंधन की स्थिरता का मानक हैं। यह नॉक (टकराव) से बचाव की ईंधन की क्षमता का मानक है। जब इंजन के सिलिंडर में ईंधन पहले ही प्रज्वलित हो जाता है, तो इसे नॉक कहा जाता है। हाई ऑक्टेन फ्यूल इस प्रभाव को कम करता है जिससे इंजन को नुकसान से बचाया जा सकता है। ऑक्टेन संख्या जितनी अधिक होती है, उतना ही पेट्रोल नॉक को रोकने में सक्षम होता है। अधिकांश खुदरा स्टेशनों पर ऑक्टेन पेट्रोल के तीन प्रकार 87 (नियमित), 89 (मध्य-ग्रेड) और 91-94 (प्रीमियम) उपलब्ध होते हैं।