नई दिल्ली। मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा है कि वायु प्रदूषण को लेकर डीजल वाहनों को मुख्य रूप से निशाना बनाए जाने से निवेशकों का भरोसा कम हो रहा है और ग्राहक दुविधा में हैं। उन्होंने कहा कि डीजल वाहनों को निशाना बनाए जाने से उद्योग की वृद्धि और रोजगार सृजन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा जान पड़ता है कि भारत प्रदूषण के लिए पश्चिमी उपायों को अपना रहा है।
भार्गव ने कहा कि वास्तविकता यह है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण के लिए धूलकण प्रमुख कारण है और इसे प्राय: भूला दिया दिया जाता है। राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्रोत पर आईआईटी कानपुर के अध्ययन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण में कार का योगदान बहुत अधिक नहीं है।
भार्गव ने कहा, इसके बावजूद प्रदूषित वायु के लिए कारों और विशेषकर डीजल कारों को मुख्य रूप से निशाना बनाया जा रहा है। जो उपाय किए जा रहे हैं उससे वायु की गुणवत्ता में कोई उल्लेखनीय बदलाव आने की संभावना नहीं है, साथ ही रोजगार सृजन पर प्रतिकूल रूप से प्रभावित हो सकता है। कंपनी की 2015-16 की सालाना रिपोर्ट में अपने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए भार्गव ने कहा, निवेशकों को भरोसा कम हो रहा है और ग्राहक इस बात को लेकर अनिश्चित हैं कि उन्हें क्या करना है।