नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बीमार अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कॉरपोरेट टैक्स में लगभग 10 प्रतिशत कटौती की खुराक का जो ऐलान किया है, उससे एक ही दिन में इंट्रा-डे कारोबार में सेंसेक्स के 2284 अंक तक उछलने से निवेशकों की संपत्ति 6.82 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई है। बीएसई का 30 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स 1921.15 अंक या 5.32 प्रतिशत बढ़कर 38,014.62 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में यह पिछले एक दशक में सबसे बड़ी तेजी है।
शेयर बाजार में आई इस तेजी से बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 6,82,938.6 करोड़ रुपए बढ़कर 1,45,37,378.01 करोड़ रुपए हो गया। सरकार ने कंपनियों के लिए कॉरपोरेट टैक्स को लगभग 10 प्रतिशत घटाकर 25.17 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए नई विनिर्माण इकाइयों को 17.01 प्रतिशत इनकम टैक्स की पेशकश की है।
वेल्थ यूनिवर्स के सह-संस्थापक और प्रोडक्ट स्पेशलिस्ट-इनवेस्टमेंट गगन श्रीवास्तव का कहना है कि आज के उपायों ने आर्थिक वृद्धि को फिर से पटरी पर लाने और उद्योग जगत एवं पूंजी बाजार में जोश भरने का काम किया है। इससे न केवल बेंचमार्क इंडेक्स में सुधार आया है, बल्कि इससे कारोबारी भावनाओं को भी बल मिला है, जो दिन-ब-दिन नीचे जा रही थी। कॉरपोरेट टैक्स में कटौती से कंपनियों का शुद्ध मुनाफा बढ़ेगा और उनके पास निवेश के लिए अधिक पूंजी उपलब्ध होगी।
बीएसई के 30 शेयरों में से 25 भारी तेजी के साथ बंद हुए। इनमें हीरो मोटोकॉर्प, मारुति सुजुकी इंडिया, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं। इनके शेयरों में 12.52 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई। बीएसई पर 1864 कंपनियों के शेयरों में तेजी आई, जबकि 728 कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई। 144 कंपनियों के शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। शुक्रवार को बीएसई की कुल 2736 कंपनियों में कारोबार हुआ। बीएसई पर कुल 4734 कंपनियां सूचीबद्ध हैं, जिनमें से 4,075 कंपनियों के शेयर ही कारोबार के लिए उपलब्ध हैं।
सेक्टर की बात करें तो बीएसई पर ऑटो, बैंक, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, फाइनेंस, एनर्जी, ऑयल एंड गैस, मेटल और टेलीकॉम में 9.85 प्रतिशत तक की तेजी आई। बीएसई मिडकैप और स्मालकैप भी 6.28 प्रतिशत तक उछले।