नई दिल्ली। साल 2015 की अंतिम तिमाही में भारतीय स्टार्टअप्स में होने वाला इन्वेस्टमेंट सुस्त पड़ गया था, लेकिन 2016 के शुरू होते ही निवेशकों का रुझान एक बार फिर भारतीय स्टार्टअप्स की ओर बढ़ गया है। एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2016 की शुरुआत से अब तक प्रतिदिन कम से कम चार स्टार्टअप्स को फंडिंग मिल रही है। हालांकि, निवेश की यह सीमा अर्ली-स्टेज स्टार्टअप्स तक ही सीमित है।
वेंचर कैपिटल एंड स्टार्टअप रिसर्च प्लेटफॉर्म Xeler8 की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय स्टार्टअप्स ने जनवरी-मार्च 2016 के दौरान कुल 1.73 अरब डॉलर की राशि जुटाई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्टूबर-दिसंबर 2015 तिमाही में वेंचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट तिमाही आधार पर 46 फीसदी घटा था। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2016 के पहले तीन माह में सबसे ज्यादा फंडिंग ऑनलाइन ट्रेवल वेंचर Ibibo (25 करोड़ डॉलर), ई-कॉमर्स प्रमुख स्नैपडील (20 करोड़ डॉलर), ऑनलाइन ग्रोसरी रिटेलर बिग बास्केट (15 करोड़ डॉलर), ऑनलाइन ऑटोमोबाइल क्लासीफाइड पोर्टल कारट्रेड डॉट कॉम (14.5 करोड़ डॉलर) और ऑनलाइन रिटेलर शॉपक्लूज (7.5 करोड़ डॉलर) ने हासिल की है।
Xeler8 ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि औसत आधार पर जनवरी से मार्च 2016 के बीच प्रतिदिन कम से कम चार स्टार्टअप्स ने फंडिंग जुटाई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्टूबर-दिसंबर 2015 तिमाही में कुल 114 निवेश सौदे हुए, जबकि इसकी तुलना में जनवरी-मार्च 2016 तिमाही में 344 निवेश सौदों को अंजाम दिया गया। 2016 के पहले तीन माह में 388 स्टार्टअप्स ने निवेशकों से राशि हासिल की है।
इस मजबूत इन्वेस्टमेंट एनवायरमेंट के बावजूद स्थापित हो चुके स्टार्टअप्स को और अधिक धन जुटाने में मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। यहां 200 अर्ली-स्टेज फंडिंग राउंड आयोजित हुए और हर नए राउंड के बाद इनकी संख्या में लगातार कमी आ रही है।