नई दिल्ली। मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) केवी सुब्रमण्यम ने कहा कि भारत को 8 प्रतिशत की स्थायी आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 35 प्रतिशत से अधिक का निवेश करने की जरूरत है। ऐसा करना वित्त वर्ष 2024-25 तक भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए आवश्यक है।
सुब्रमण्यम ने गुरुवार को कहा कि जीडीपी के संदर्भ में निवेश 35 प्रतिशत से अधिक होना चाहिए। उदाहरण के तौर पर चीन को देख सकते हैं। यहां निवेश जीडीपी के 50 प्रतिशत पर पहुंच चुका है। हमें जीडीपी के 35 प्रतिशत के बराबर निवेश करने की जरूरत है। वर्तमान में देश का निवेश जीडीपी का 29.3 प्रतिशत है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि यदि हम 29 प्रतिशत से 30 प्रतिशत के मध्य स्तर तक पहुंच जाते हैं तो हम वास्तव में आर्थिक सुधार में तेजी के दौर में पहुंच जाएंगे और फिर हमें इस स्तर पर टिके रहने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि भारत को वित्त वर्ष 2024-25 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए आर्थिक वृद्धि दर को 8 प्रतिशत पर लंबे समय तक बरकरार रखने की जरूरत है।