नई दिल्ली। सरकार ने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) और किसान विकास पत्र जैसी अन्य लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर जनवरी-मार्च तिमाही के लिए अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया है। सरकार ने यह फैसला ऐसे समय लिया है, जब वाणिज्यिक बैंक अपनी ब्याज दरों में कटौती कर रहे हैं।
- सरकार ने लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों की तिमाही समीक्षा की नई व्यवस्था पिछले साल अप्रैल से शुरू की है।
- वित्त मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि पीपीएफ पर आठ प्रतिशत वार्षिक की मौजूदा ब्याज दर जनवरी-मार्च तिमाही में भी बनी रहेगी। पांच साल की
- परिपक्वता वाले राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) पर भी यही दर लागू होगी।
- इसी प्रकार 112 महीनों की परिपक्वता वाले किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.7 प्रतिशत वार्षिक पर अपरिवर्तित रखी गई है।
- सुकन्या समृद्धि खाता योजना पर 8.5 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (पांच वर्ष) पर 8.5 प्रतिशत ब्याज दर में भी बदलाव नहीं हुआ। पांच साल के
- आवर्ती जमाओं पर जनवरी-मार्च तिमाही में ब्याज दर 7.3 प्रतिशत पर बनी रहेगी।
- बचत खातों पर लोगों को चार प्रतिशत की दर से और एक से पांच वर्ष की मियाद वाली बैंक जमाओं पर 7-7.8 प्रतिशत का ब्याज चल रहा है।
- पांच साल वाली रिक्रूरिंग डिपॉजिट पर सालाना 7.3 प्रतिशत का ब्याज इस तिमाही में भी मिलता रहेगा।