कैलिफोर्निया। इंटेल कॉर्पोरेशन मिड 2017 तक दुनिया भर में अपनी यूनिटों से 12,000 लोगों की छंटनी करेगी। यह संख्या कंपनी के 11 फीसदी वर्कफोर्स के बराबर है। इंटेल ने मंगलवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा, पर्सनल कम्प्यूटर बिजनेस की बजाये माइक्रोचिप, पावर डेटा सेंटर और इंटरनेट कनेक्टेड डिवाइसेज के कारोबार पर ध्यान देगी। बयान में कहा गया कि दुनिया भर में घटती पर्सनल कम्यूटर (पीसी) की बिक्री को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने यह फैसला किया है। इंटेल चिप बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है, अधिकतर कम्प्यूटर कंपनियां इंटल की ही चिप का इस्तेमाल करती हैं।
छंटनी से कंपनी को होगा 1.4 अरब डॉलर का फायदा
कंपनी ने कहा कि प्रभावित कर्मचारियों को अगले 60 दिनों में भीतर सूचित किया जाएगा। इंटल के अनुसार, अल्टेरा के अधिग्रहण के बाद 2015 के अंत तक 1.12 लाख कर्मचारी काम कर रहे थे। छंटनी की सभी प्रक्रिया 2017 मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। इससे कंपनी को 1.4 अरब डॉलर की बचत होगी। कंपनी ने अपनी खराब पहली तिमाही के नतीजों के बाद छटनी की घोषणा की है। इंटेल के अलावा माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प जैसी कंपनियों ने भी माना है कि पीसी के कारोबार में तेजी से गिरावट आ रही है। अपनी कम्प्यूटिंग की जरूरतों के लिए अधिकतर लोग अब मोबाइल फोन पर निर्भर होते जा रहे हैं, ऐसे में डेस्कटॉप मॉडल्स पर काम करने की बजाये कंपनियां भी अपने कारोबार को शिफ्ट करने की कोशिशों में लगी हैं।
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कंपनी ने रेवेन्यू के अनुमान को भी घटाया
इंटेल ने इस साल के अपने रेवेन्यू अनुमान को भी कम कर दिया है। कंपनी का मानना है कि अब वह मिड सिंगल डिजिट ग्रोथ को हासिल कर पाएगी, हालांकि इससे पहले उसे हाई सिंगल डिजिट ग्रोथ का अनुमान था। इस ऐलान के बाद इंटेल के शेयरों में भी 2.2 पर्सेंट की गिरावट देखी गई है। इंटेल की अधिकतर यूनिट्स अमेरिका में हैं, हालांकि कंपनी ने यह नहीं कहा कि वह कहां छटनी करेगी।