नई दिल्ली। देश में बुनियादी ढांचा पर खर्च बढ़ रहा है और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) 205 परियोजनाओं का क्रियान्वयन कर रहा है। NHAI के चेयरमैन राघव चंद्रा ने बताया कि इनमें से 13,500 करोड़ रुपए की 18 परियोजनाएं दोहरे भुगतान व्यवस्था (हाईब्रिड एन्यूइटी) वाली हैं। चंद्रा ने कहा, बुनियादी ढांचा खर्च बढ़ रहा है और राजमार्ग क्षेत्र वृद्धि में योगदान दे रहा है। सीमेंट व इस्पात क्षेत्रों की बिक्री जहां पांच-पांच फीसदी बढ़ी है, वहीं बिटुमन की बिक्री में 35 फीसद का इजाफा हुआ है। एनएचएआई की 205 परियोजनाएं चल रही हैं।
चंद्रा ने बताया कि एनएचएआई ने 18 परियोजनाएं हाईब्रिड एन्यूइटी मॉडल में दी हैं। इनमें कुल 13,500 करोड़ रुपए का निवेश होगा और 800 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने रुकी पड़ी राजमार्ग परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। ऐसी तीन परियोजनाएं 2011 से अटकी थीं, अब इनमें 1,100 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
चंद्रा ने कहा, भारतीय स्टेट बैंक तथा एनएचएआई के बीच इन तीन परियोजनाओं को शुरू करने के लिए व्यापक रूपरेखा बनी है। हम इन परियोजनाओं में कुल मिलाकर 1,100 करोड़ रुपए का निवेश कर रहे हैं। पीपीपी परियोजनाओं के समक्ष आने वाली दिक्कतों के बारे में उन्होंने कहा कि पूर्व में ऐसी परियोजनाओं को लेकर अनिश्चितता रही है। वर्ष 2010 से 2012 की अवधि में ऐसी परियोजनाओं में काफी आक्रामक बोली देखने को मिली। चंद्रा ने बताया कि एनएचएआई अगले दो-तीन साल में 30,000 किलोमीटर की परियोजनाएं आवंटित करेगा। इनमे कई नई एक्सप्रेसवे परियोजनाएं शामिल होंगी।
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