नई दिल्ली। देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी Infosys के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं। इंफोसिस ने तिमाही नतीजों को पेश कर दिया है। वित्त वर्ष 2016 की तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2 फीसदी बढ़कर 3465 करोड़ रुपए पहुंच गया है। दूसरी तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 3398 करोड़ रुपए रहा था। वहीं, तीसरी तिमाही में इंफोसिस की आय 1.7 फीसदी बढ़कर 15902 करोड़ रुपए हो गई है। दूसरी तिमाही में आय 15635 करोड़ रुपए रही थी। इसके अलावा इंफोसिस की डॉलर आय भी बढ़ी है।
एबिट और वॉल्यूम ग्रोथ बढ़ा
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान इंफोसिस का एबिट 3993 करोड़ रुपए से बढ़कर 3959 करोड़ रुपए रहा। वहीं तीसरी तिमाही में इंफोसिस की वॉल्यूम ग्रोथ 3.1 फीसदी रही। तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इंफोसिस का एट्रिशन रेट 19.9 फीसदी से घटकर 18.1 फीसदी रहा है।
डॉलर आय में भी बढ़ोतरी
तीसरी तिमाही में इंफोसिस की डॉलर आय भी बढ़कर 240.7 करोड़ डॉलर पर पहुंच गई है। जबकि दूसरी तिमाही में इंफोसिस की डॉलर आय 239.2 करोड़ डॉलर रही थी। इंफोसिस के मैनेजमेंट के मुताबिक इस तिमाही के दौरान 35 करोड़ डॉलर से अधिक के 4 डील हासिल हुए हैं। इंफोसिस की डील पाइपलाइन 3 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। कंपनी को 60 करोड़ डॉलर तक डील हासिल करने की उम्मीद है।
अमेरिका में घटा इंफोसिस का कारोबार
उत्तरी अमेरिका में इंफोसिस का कारोबार 0.6 फीसदी घटा है। हालांकि तीसरी तिमाही में कंपनी का यूरोपीय में कारोबार 2.1 फीसदी बढ़ा है। साथ ही भारतीय कारोबार 23.1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इंफोसिस के 5 करोड़ डॉलर से ज्यादा ग्राहकों की संख्या 50 से बढ़कर 51 हो गई है। इंफोसिस के मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट का कारोबार 3.7 फीसदी गिरा है। तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में रिटेल, सीपीजी और लॉजिस्टिक सेगमेंट का कारोबार फीसदी घटा है। जबकि एनर्जी, कम्युनिकेशन और सर्विसेस सेगमेंट का कारोबार बढ़ा है।
इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक विशाल सिक्का ने कहा, बुनियादी नवोन्मेष के साथ-साथ हम एकिडो सेवाओं को तेजी से अपना रहे हैं जिससे बेहतरीन प्रणाली, स्वचालन और साफ्टवेयर क्षेत्र में मजबूती आ रही है और हमारे लोगों का कौशल और उनकी कल्पनाशक्ति बढ़ी है।