नई दिल्ली। इंफोसिस ने आज अपने जून तिमाही के नतीजे जारी कर दिये हैं। कंपनी के मुताबिक जून तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट बीती तिमाही के मुकाबले 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 5195 करोड़ रुपये रहा है। वहीं इस दौरान कंपनी की ऑपरेशन से कंसोलिडेटेड आय 6 प्रतिशत बढ़कर 27896 करोड़ रुपये रही है। कंपनी के मुताबिक तिमाही के दौरान 2.6 अरब डॉलर मूल्य की बड़े सौदे हासिल किये हैं। बीते साल की इसी तिमाही के मुकाबले कंपनी का फायदा करीब 23 प्रतिशत बढ़ गया है। इसी के साथ ही कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष के लिये आय अनुमानों को भी बढ़ा दिया है।
कंपनी की आय में बीते साल के मुकाबले 17.8 प्रतिशत की बढ़त रही है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी की ऑपरेशन से आय 23665 करोड़ रुपये रही थी। इसके साथ ही इंफोसिस ने 2021-22 के लिये अपना रेवेन्यू गाइडेंस बढ़ाकर 14-16 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले ये आउटलुक 12-14 प्रतिशत का था।
इन्फोसिस ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी परिचालन आय 2021-22 की पहली तिमाही में 17.8 प्रतिशत बढ़कर 27,896 करोड़ रुपये रही। एक साल पहले 2020-21 की इसी तिमाही में यह 23,665 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने 2021-22 के लिये आय अनुमान बढ़ाकर 14-16 प्रतिशत किया है जो पहले 12-14 प्रतिशत था। इन्फोसिस के लिये बड़े सौदों का प्रवाह मजबूत बना हुआ है। पहली तिमाही में कुल अनुबंध मूल्य 2.6 अरब डॉलर का था। इन्फोसिस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा, ‘‘हमारे कर्मचारियों ने जो समर्पण दिखाया और ग्राहकों ने जो भरोसा जताया, उसके कारण हमने पहली तिमाही में एक दशक में तीव्र गति से वृद्धि की। सालाना आधार पर यह 16.9 प्रतिशत जबकि तिमाही आधार पर यह 4.8 प्रतिशत है। इससे हमारा भरोसा बढ़ा है और हमने आय वृद्धि अनुमान बढ़ाकर 14-16 प्रतिशत कर दिया है।’’ इन्फोसिस के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रवीण राव ने कहा कि जैसे-जैसे डिजिटल प्रतिभाओं की मांग बढ़ती है, उद्योग में नौकरी छोड़कर जाने की बढ़ती दर अल्पकालीन चुनौती बन गयी है। उन्होंने कहा, “हम इस मांग को पूरा करने के लिये कॉलेज स्नातकों की नियुक्ति योजना का विस्तार कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2021-22 में वैश्विक स्तर पर करीब 35,000 नियुक्तियां की जाएंगी।’’
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