बेंगलुरु। पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस ने सॉफ्टवेयर कंपनियों को भी अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है। सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस ने कोरोनावायरस को लेकर कुछ लोगों में संक्रमित होने के संदेह के चलते बेंगलुरु की बिल्डिंग खाली करा ली है। दरअसल, कंपनी का एक कर्मचारी कोरोना वायरस संदिग्ध के संपर्क में था। कंपनी के कर्मचारियों को ईमेल के जरिए यह जानकारी दी गई है। कंपनी का कहना है कि उन्होंने यह कदम एहतियात के तौर पर उठाया है।
एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि मल्टिनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस ने बेंगलुरु में अपनी एक इमारत को कोरोना वायरस (COVID-19) के लिए संदेह होने के बाद खाली कर दिया है। बेंगलुरु के डिवेलपमेंट सेंटर हेड गुरुराज देशपांडे ने ई-मेल के जरिए बताया कि तैयारी को सुनिश्चित करने के लिए, हम केवल एआईपीएम भवन को एहतियात के तौर पर खाली कर रहे हैं, जिसमें जानकारी मिली है कि इस बिल्डिंग से एक टीम के सदस्य को कोरोनावायरस संदिग्ध हो सकता है। इस दौरान ऑफिस को सैनिटाइज किया जाएगा। इसके अलावा किसी भी तरह की मदद के लिए कंपनी की ग्लोबल हेल्प डेस्क से संपर्क किया जा सकता है।
इन्फोसिस आईटी कंपनी का बेंगलुरु शहर में साल 1990 के बाद से एक दर्जन से अधिक बिल्डिंग हैं, जिनमें डेवलेपमेंट सेंटर्स और कॉर्पोरेट हाउस के साथ एक विशाल परिसर है। ई-मेल में देशपांडे ने कहा, 'कृपया ध्यान दें कि यह केवल हमारे कर्मचारियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए है और हम अपनी सुरक्षा के लिए जगह की सफाई करेंगे।' देशपांडे ने कर्मचारियों से अनुरोध किया है कि वे शांति बनाए रखे और सतर्कता रखें।
सरकार संग लड़ाई का वादा
इससे पहले बीते गुरुवार को इंफोसिस फाउंडेशन ने कर्नाटक सरकार के साथ मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने का वादा किया था। फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को खत लिखा था। मूर्ति का खत मिलने के बाद सीएम ने मंत्रियों के साथ बैठक की योजना बनाई है जिसमें मूर्ति भी शामिल होंगी।
देश में अबतक हो चुकी हैं 2 मौतें
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस को पैनडेमिक यानी कि महामारी घोषित कर दिया है। बता दें कि देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस के चलते स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। अब तक कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमण के 83 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हुई है। जबकि कर्नाटक में 76 वर्षीय एक व्यक्ति और दिल्ली में 69 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि अभी तक स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है।