नई दिल्ली। आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने बुधवार को बताया कि उसके बोर्ड ने 9200 करोड़ रुपये के बायबैक ऑफर को मंजूरी दे दी है। कंपनी अधिकतम 1750 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से अपने शेयरों की पुर्नखरीद करेगी। कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 की मार्च तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 17.5 प्रतिशत बढ़कर 5,076 करोड़ रुपये रहा है। जनवरी-मार्च 2020 तिमाही में इंफोसिस का शुद्ध मुनाफा 4,321 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसका राजस्व 13.1 प्रतिशत बढ़कर 26,311 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 23,267 करोड़ रुपये था। संपूर्ण वित्त वर्ष 2020-21 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 16.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 19,351 करोड़ रुपये, जबकि राजस्व 10.7 प्रतिशत बढ़कर 1,00,472 करोड़ रुपये रहा।
इंफोसिस ने उम्मीद जताई है कि वित्त वर्ष 2021-22 में राजस्व वृद्धि 12-14 प्रतिशत के दायरे में रहेगी। कंपनी ने बताया कि उसके बोर्ड ने 15,600 करोड़ रुपये के कैपिटल रिटर्न को मंजूरी प्रदान की है। इसमें 6400 करोड़ रुपये का अंतिम लाभांष और 9200 करोड़ रुपये का खुले बाजार से शेयरों की पुर्नखरीद शामिल है।
वित्त वर्ष 2020-21 के लिए लार्ज डील टीसीवी अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 14.1 अरब डॉलर पर पहुंच गई। साल के लिए ऑपरेटिंग मार्जिन ढ़कर 3.2 प्रतिशत हो गया और फ्री कैश फ्लो में 44.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। बोर्ड ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 15 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का अंतिम लाभांष देने की सिफारिश की है।
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