नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के एक अध्ययन में कहा गया है कि प्याज की कीमतों में इजाफे की आशंका के बावजूद आने वाले महीनों में मुद्रास्फीति के चार प्रतिशत से नीचे रहने की ही संभावना है।
बैंक के इकोरैप शीर्षक वाले अध्ययन में कहा गया है कि पिछले महीने में प्याज की थोक कीमतों में नौ प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इससे आने वाले महीनों में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही थी।
अध्ययन में कहा गया है कि प्याज की कीमतों में 50 प्रतिशत की वृद्धि और साथ ही आलू एवं टमाटर के मूल्य बढ़ने के बावजूद भी मुद्रास्फीति चार प्रतिशत से नीचे ही रहेगी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगर अक्टूबर में मुद्रास्फीति 3.5 प्रतिशत से नीचे रहती है तो नवंबर में महंगाई दर तीन प्रतिशत से नीचे आ सकती है।
अध्ययन में कहा गया है कि फिलहाल, हम अक्टूबर माह के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के 3.5 प्रतिशत से कुछ ऊपर रहने की उम्मीद कर रहे हैं।