नई दिल्ली। देश में खुदरा मुद्रास्फीति की दर मार्च महीने में बढ़कर 2.86 प्रतिशत पर पहुंच गई। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं और ईंधन के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ी है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति एक महीना पहले फरवरी में 2.57 प्रतिशत रही थी जबकि एक साल पहले मार्च में यह 4.28 प्रतिशत पर थी। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च महीने में खाद्य वस्तु समूह की मुद्रास्फीति बढ़कर 0.3 प्रतिशत हो गई जो कि फरवरी में 0.66 प्रतिशत घटी थी।
ईंधन और प्रकाश श्रेणी में भी मुद्रास्फीति बढ़ी। मार्च में ईंधन और प्रकाश खंड में मुद्रास्फीति बढ़कर 2.42 प्रतिशत हो गई, जो फरवरी में 1.24 प्रतिशत थी।
औद्योगिक उत्पादर की वृद्धि दर फरवरी में रही 0.1 प्रतिशत
विनिर्माण क्षेत्र में मंदी की वजह से फरवरी में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 0.1 प्रतिशत रही। औद्योगिक उत्पादन को इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) के तौर पर मापा जाता है और फरवरी 2018 में यह 6.9 प्रतिशत था। अप्रैल-फरवरी 2018-19 के दौरान औद्योगिक उत्पादन 4 प्रतिशत की दर से बढ़ा है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 4.3 प्रतिशत थी।