Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. सोने पर आयात शुल्क घटाने की मांग

सोने पर आयात शुल्क घटाने की मांग

जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सोने पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को घटाकर पांच फीसदी करने की मांग की है।

Dharmender Chaudhary
Published on: July 24, 2016 13:27 IST
इंडस्ट्री ने की सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाने की मांग, अलग मंत्रालय बनाने का भी दिया सुझाव- India TV Paisa
इंडस्ट्री ने की सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाने की मांग, अलग मंत्रालय बनाने का भी दिया सुझाव

नई दिल्ली। जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सोने पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को घटाकर पांच फीसदी करने की मांग की है। इसके अलावा इंडस्ट्री ने जेम्स एंड ज्वैलरी कारोबार के लिए एक अलग मंत्रालय बनाने की भी मांग रखी है। गौरतलब है कि सोने के बढ़ते इंपोर्ट पर काबू पान के लिए सरकार ने ड्यूटी को बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया था। इसके कारण सर्राफा कारोबारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरेशन ने आईटी (इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) पार्को की तर्ज पर आभूषण पार्क, आभूषण विश्वविद्यालय और एक अलग स्वर्ण नीति बनाने की मांग भी की। परिसंघ के अध्यक्ष जी. वी. श्रीधर ने कहा, इस क्षेत्र में कई चुनौतियां हैं। अधिक इंपोर्ट ड्यूटी इस कारोबार और पूरी अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहा है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आयात शुल्क को 10 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी करने पर विचार किया जाए।

श्रीधर ने कहा कि ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी के चलते इससे जुड़े कारोबारी पड़ोस के देशों में ट्रांसफर टैक्स रहे हैं और इससे देश का निर्यात प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष प्रवीण शंकर पांड्या ने भी चिंता जताते हुए कहा कि सोने पर ऊंचे आयात शुल्क की वजह से उसकी तस्करी को बढ़ावा मिलता है। सोने का आयात चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून में करीब 48 फीसदी घटकर 3.90 अरब डॉलर रह गया। इससे चालू खाते के घाटे (कैड) को अंकुश में रखने में मदद मिलेगी।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement