नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद में वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया। बजट प्रस्तावों पर कुछ प्रमुख उद्योगपतियों की तात्कालिक प्रतिक्रियाओं में बजट के कई प्रावधानों की मुक्त कंठ सराहना की गयी है। इंटरसिटी रेलयात्री के सीईओ और सह-संस्थापक मनीष राठी ने बजट को लेकर कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की इस बजट के लिए सराहना की जानी चाहिए। उन्होनें कहा कि राजमार्गों के विस्तार और रेल नेटवर्क पर महत्वपूर्ण रूप से ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है, जिससे भारत में अंतर-गतिशीलता को बढ़ावा मिलेगा।
मनीष राठी ने कहा कि हम 18,000 करोड़ रुपये की लागत के साथ सार्वजनिक बस परिवहन सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए वित्त मंत्री की नई पहल साथ ही 20,000 से अधिक बसों को वित्त, अधिग्रहण, संचालन और रखरखाव करने के लिए पीपीपी मॉडल का स्वागत करते हैं। 2030 तक 'भविष्य के लिए तैयार' रेलवे प्रणाली बनाने की उसकी राष्ट्रीय रेल योजना अभूतपूर्व है।
सेंचुरी प्लाईबोर्ड्स इंडिया के कार्यकारी निदेश केशव भजंका
भारत सरकार द्वारा केंद्रीय बजट 2021 आशाजनक है। मेरे अनुसार यह बजट केवल आज के लिए नहीं है, बल्कि अगले दशक में भारत 10 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था कैसे बनेगा, इसका रोडमैप भी है। मैं वित्त मंत्रालय द्वारा आगामी वर्ष के लिए राजकोषीय घाटे को 6.8 फीसदी पर आंकने और विकास मंत्रा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए दिखाए गए साहस की सराहना करता हूं। कुल मिलाकर, मुझे लगता है कि यह एक शानदार चौतरफा बजट है और यह हमें COVID प्रभाव से और भी तेजी से उबरने में मदद करेगा।
रोका पैरीवेयर के प्रबंध निदेशक केई रंगनाथन
वित्त मंत्री ने तेजी से रिकवरी के लिए अर्थव्यवस्था को लगभग सही 'वैक्सीन' दिया है। कैपेक्स के खर्च में + 35 फीसदी के भारी उछाल से और राजकोषीय घाटे को 6.8 फीसदी से 9.5 फीसदी करने के लिए यह बहुत प्रभावी होगा। उन्होनें कहा कि वरिष्ठ टैक्सपेयर्स के लिए रिटर्न दाखिल करने से राहत सही दिशा में कदम है। किसानों को 17 लाख करोड़ रुपये का बड़ा कृषि ऋण, शहरी बुनियादी ढांचा, रेलवे और रोडवेज को 3 लाख से अधिक का आवंटन, कर स्लेब में कोई बदलाव किए बिना, अफोर्डेबल हाउसिंग, 1.15 लाख आवंटन के साथ स्वच्छ भारत अर्थव्यवस्था में एक बड़ा बूस्ट साबित होगा।
बैंक बाजार.कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी
बैंक बाजार.कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी ने बजट 2021 पर कहा कि 75 वर्ष से ज्यादा के सिनियर सिटिजन को सिर्फ अपने पेंशन और इंटरेस्ट इनकम से होने वाले इनकम के लिए अब इनकम टैक्स फाइल करने की जरुरत नहीं पड़ेगी। अब, हर साल इनकम टैक्स फाइल करने के बजाय, सिनियर सिटिजन अपने बैंक को जानकारी दे सकते हैं कि किस खाते में उनकी पेंशन की राशी जमा होगी या वो अपने डिपॉसिट की जानकारी दे सकते हैं जिसके इनटरेस्ट का उन्हें इनकम मिलता है, ताकि बैंक अपने जरुरत के हिसाब से उनके खाते से टैक्स काट सके। उन्होनें कहा कि इसके लिए सिनियर सिटिजन को बैंक के साथ एक टैक्लरेशन (जानकारी) देना होगा और बैंक उसके हिसाब से सभी इनकम को ध्यान में रखकर चैपटर VI-A के अंतर्गत डिडक्शन या सेक्शन 87A के तहत रिबेट देगा। ये उनके पे-ऑउट्स या बैंक खाते से काटा जाएगा।
दो चीजों को ध्यान में रखना बहुत जरुरी है। पहला ये कि, ये टैक्स नियम सिर्फ उन सिनियर सिटिजन के लिए लागू है जिनकी इनकम सिर्फ पेंशन है या इन्टरेस्ट इनकम से आती हो।अगर सिनियर सिटिजन की इनकम किसी और निवेश के जरिए जैसे कि म्यूचुअल फंड में किए गए निवेश के रिटर्न, प्रॉपर्टी के किराए से या फिर किसी और इनकम के सोर्स से होगा तो उनके लिए ये टैक्स छूट का नियम लागू नहीं होगा। दूसरी ये कि, सभी बैंक ये सुविधा उपलब्ध नहीं कराएंगे। सिर्फ कुछ सरकारी बैंक जिनको सरकार के निर्देश दिए जाएगें सिनियर सिटिजन उनके मदद से ही ये फायदा उठा सकते हैं।