नई दिल्ली। भारत की इंडस्ट्रियल ग्रोथ में अक्टूबर के दौरान 1.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। सितंबर माह में इसमें मामूली वृद्धि हुई थी। एक साल पहले समान माह में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन ग्रोथ में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
रबड़ इंसूलेटेड कैबल्स, वूलेन कारपेट्स और लेदर गारमेंट्स ने अक्टूबर में इंडस्ट्रियल आउटपुट को कमजोर किया है।
- सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में मैन्यूफैक्चरिंग प्रोडक्शन में 2.4 प्रतिशत की गिरावट आई है।
- माइनिंग आउटपुट में 1.1 प्रतिशत की गिरावट अक्टूबर में आई है।
- इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का सबसे बड़ा योगदान है।
- अक्टूबर में इलेक्ट्रीसिटी जनरेशन में 1.1 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
- 2016-17 के पहले सात महीनों में माइनिंग आउटपुट 0.2 प्रतिशत घटा है, जबकि मैन्युफैक्चरिंग में 1 फीसदी की गिरावट आई है।
- सितंबर आईआईपी को संशोधित कर 0.67 प्रतिशत किया गया है, जो कि पहले 0.7 प्रतिशत बताया गया था।
- कैपिटल गुड्स आउटपुट अक्टूबर में 25.9 प्रतिशत गिरा है। इसमें पिछले कुछ माह से गिरावट आ रही है।
- अक्टूबर में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के 22 इंडस्ट्री ग्रुप में से 12 में धीमी इंडस्ट्रियल गतिविधी देखी गई है।
- कंज्यूमर गुड्स प्रोडक्शन अक्टूबर में 1.6 प्रतिशत घटा है।
- कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स, ग्रामीण मांग का संकेतक, 3 प्रतिशत घटा है।
- कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का प्रोडक्शन 0.2 प्रतिशत बढ़ा है।