नई दिल्ली। भारत में औद्योगिक गतिविधियां एक बार फिर से पटरी पर आती दिखाई दे रही हैं। आज जारी इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के आंकड़ों के मुताबिक जून में आईआईपी ग्रोथ 7 फीसदी पहुंच गई है। यह पिछले चार महीने का सर्वोच्च स्तर है। यह सरकार के लिए भी एक बड़ी राहत की खबर है। आंकड़ों के मुताबिक जून में खनन और विनिर्माण गतिविधियों में उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिली है। इसके अलावा बिजली उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी आई है। जिसकी वजह से ये शानदार परिणाम देखने को मिले हैं।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार जून में विनिर्माण क्षेत्र की ग्रोथ 6.9 फीसदी रही, हालांकि मई की तुलना में यह 0.7 फीसदी कम रही। बता दें कि इंडेक्स में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 77.63 फीसदी का है। इसके अलावा जून के दौरान पावर जनरेशन की ग्रोथ बढ़कर 8.5 फीसदी हो गई, जबकि एक साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 2.1 फीसदी रहा था। माइनिंग सेक्टर ने जून में शानदार ग्रोथ दर्ज की, जो जून, 2017 के 0.1 फीसदी की तुलना में बढ़कर 6.6 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई।
सीएसओ ने मई के लिए आईआईपी अनुमान को भी 3.2 फीसदी की बजाए बदलकर 3.9 फीसदी कर दिया गया है। वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान अप्रैल-जून अवधि के दौरान आईआईपी की कुल ग्रोथ 5.2 फीसदी रही।