नई दिल्ली। विनिर्माण एवं खनन क्षेत्र में नरमी तथा टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद के उत्पादन में गिरावट के चलते अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) की वृद्धि दर गिर कर 2.2 प्रतिशत पर आ गई। यह तीन महीने में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि का न्यूनतम स्तर है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि 4.2 प्रतिशत थी।
इस साल सितंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 4.14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर की सात माह की अवधि में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि महज 2.5 प्रतिशत रही है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में औद्योगिक वृद्धि 5.5 प्रतिशत थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस साल अक्टूबर में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पिछले साल इस इसी माह इस क्षेत्र की वृद्धि 4.8 प्रतिशत थी। आईआईपी में विनिर्माण क्षेत्र का भारांक 77.63 प्रतिशत है।
अक्टूबर में टिकाऊ उपभोक्ता सामान उद्योग के उत्पादन में 6.9 प्रतिशत की गिरावट दिखी। पिछले वित्त वर्ष इसी महीने इस क्षेत्र में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इस वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में इस क्षेत्र में 1.9 प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह उद्योग छह प्रतिशत बढ़ा था। विद्युत उत्पादन अक्टूबर में सालाना आधार पर 3.2 प्रतिशत अधिक रहा। एक साल पहले इसी माह बिजली उत्पादन वृद्धि तीन प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र की गतिविधियों की वृद्धि दर पिछले वित्त वर्ष के अक्टूबर में एक प्रतिशत रही। उसकी तुलना में इस बार अक्टूबर में खनन क्षेत्र 0.2 प्रतिशत संकुचित हुआ।
अक्टूबर 2017 में प्राथमिक वस्तु उद्योग की वृद्धि 2.5 प्रतिशत, पूंजीगत वस्तु क्षेत्र की 6.8 प्रतिशत, माध्यमिक उत्पाद उद्योग की 0.2 प्रतिशत और ढांचागत एवं निर्माण उद्योग की वृद्धि 5.2 प्रतिशत रही। आलोच्य माह में विनिर्माण क्षेत्र के 23 में से 10 प्रकार के समूहों में वृद्धि हुई है। दवा, चिकित्सकीय रसायन और जैविक उत्पाद उद्योगों में सर्वाधिक 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके बाद मोटर वाहन, ट्रेलर तथा सेमी-ट्रेलर उद्योग में 12.8 प्रतिशत और कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक एवं अन्य उत्पादों के विनिर्माण में 9.7 प्रतिशत की दर से वृद्धि दर्ज की गई। अन्य विनिर्माण उद्योगों के वर्ग में आने वाले उद्योगों का उत्पादन अक्टूबर में सर्वाधिक 36.4 प्रतिशत गिरा । इसके बाद तंबाकू उत्पाद क्षेत्र में 20.9 प्रतिशत और रबर एवं प्लास्टिक उत्पाद क्षेत्र में के विनिर्माण में 16.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।