नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के इंडसइंड बैंक का वर्तमान वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 25.75 प्रतिशत बढ़कर 704 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वर्ष जुलाई-सितंबर की अवधि में 560 करोड़ रुपए था।
- इस अवधि में उसकी कुल आय बढ़कर 4439.72 करोड़ रुपए रही, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 3581.31 करोड़ रुपए थी।
- बैंक का ग्रॉस एनपीए उसके ग्रॉस लोन का 0.90 प्रतिशत रहा, जबकि 2015-16 की इसी तिमाही में यह 0.77 प्रतिशत था।
- इसी तरह बैंक का एनपीए उसके कुल ऋण का 0.37 प्रतिशत रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 0.31 प्रतिशत था।
- आलोच्य अवधि में बैंक ने एनपीए का प्रावधान 214 करोड़ रुपए किया है, जो पिछले साल इसी अवधि के लिए 158 करोड़ रुपए था।
पहली छमाही में म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या 29 लाख बढ़ी
इक्विटी कोष फोलियो की संख्या में तेज बढ़ोतरी से चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में म्यूचुअल फंड कंपनियों के निवेशक खातों की संख्या में 29 लाख से अधिक का इजाफा हुआ और यह रिकॉर्ड पांच करोड़ के आंकड़े को पार कर गई।
- इससे पिछले दो वर्षों 2015-16 में फोलियो की संख्या में 59 लाख और 2014-15 में 22 लाख का इजाफा हुआ था।
- पिछले दो साल के दौरान निवेशक खातों की संख्या में बढ़ोतरी में मुख्य रूप से छोटे शहरों ने योगदान दिया।
- व्यक्तिगत निवेशक खातों को दी जाने वाली संख्या को फोलियो कहा जाता है। हालांकि एक निवेशक के पास कई फोलियो हो सकते हैं।
- पिछले छह माह में 43 म्यूचुअल फंड के निवेशक खातों की संख्या संख्या बढ़कर रिकॉर्ड 5,05,59,495 के आंकड़े पर पहुंच गई।
- मार्च के अंत तक यह संख्या 4,76,63,024 पर थी।
- खुदरा निवेशकों की भागीदारी, विशेषरूप से छोटे शहरों से, तथा इक्विटी योजनाओं में भारी प्रवाह से कुल फोलियो संख्या में इजाफा हुआ है।