नई दिल्ली। इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत ने 10 आसियान देशों के मुखियाओं को मुख्य अतिथि बनाया है। गणतंत्र दिवस से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आसियान देशों के प्रतिनिधियों के की बैठकों का दौर जारी है।10 आसियान देशों में से 9 देशों के मुखिया भारत पहुंच चुके हैं और आज इंडोनेशिया के राष्ट्रपति भी भारत पहुंच रहे हैं।प्रधानमंत्री के साथ आसियान देशों के राष्ट्र प्रमुखों की बैठकों को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि आसियान देश भारत के बड़े व्यापार भागीदार हैं। भारत से सभी आसियान देशों को बड़ी मात्रा में खाद्य और गैर खाद्य कृषि उत्पादों का निर्यात होता है साथ में आसियान देश भी भारत को कई तरह के कृषि उत्पाद निर्यात करते हैं।
भारत से यह सब उत्पाद खरीदते हैं आसियान देश
खाद्य कृषि उत्पादों में भारत से आसियान देशों को सबसे ज्यादा मांस, मूंगफली, प्याज, चावल और एल्कोहलिक उत्पादों का निर्यात होता है, गैर खाद्य कॉटन का ज्यादा एक्सपोर्ट होता है। जबकि भारत अपनी जरूरत के लिए आशियान देशों से सबसे ज्यादा खाने का तेल आयात करता है और इसके अलावा कुछ हदतक दालों का आयात भी होता है।
मोदी राज में आसियान देसों को निर्यात का बना है रिकॉर्ड
आंकड़ों पर नजर डालें तो मोदी राज में 2014-15 के दौरान आशियान देशों के साथ खाद्य कृषि उत्पादों का अबतक का सबसे ज्यादा निर्यात हुआ है। 2014-15 के दौरान वाणिज्य मंत्रालय की संस्था एपीडा के दायरे में आने वाले कृषि खाद्य उत्पादों का आशियान देशों को निर्यात कुल 30,050 करोड़ रुपए का रहा है जो अबतक का सबसे अधिक सालाना निर्यात आंकड़ा है। इसके बाद 2015-16 में यह निर्यात घटकर 24,589 करोड़ रुपए का रह गया था लेकिन 2016-17 के दौरान इसमें फिर से सुधार हुआ और कुल 26,517 करोड़ रुपए के खाद्य कृषि उत्पादों का निर्यात हुआ। मौजूदा वित्तवर्ष 2017-18 में अप्रैल से अक्टूबर तक भारत से आसियान देशों को 13,537 करोड़ रुपए के खाद्य कृषि उत्पादों का निर्यात हो चुका है।
भारत भी आसियान देशों से करता है बड़ा आयात
सभी आसियान देशों में भारत से सबसे बड़ी व्यापार साझीदार वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया और फिलिपीन्स हैं। यह चारों देश भारत से बड़ी मात्रा में मांस और मूंगफली का आयात करते हैं। इसके अलावा प्याज और चावल का आयत भी करते हैं। भारत भी अपनी खाद्य तेल की जरूरत को पूरा करने के लिए इंडोनेशिया और मलेशिया से बड़ी मात्रा में पाम तेल का आयात करता है। इसके अलावा म्यांमार से दालों का आयात किया जाता है। वितयनाम कपास का बड़ा खरीदार है और अपने यहां आयात होने वाली कपास का बहुत बड़ा हिस्सा भारत से खरीदता है। इसके अलावा भारत में इन देशों से रबड़ का भी आयात होता है।
आसियान देशों के साथ भारत का व्यापार पहले से ही अच्छा है और प्रधानमंत्री मोदी इस व्यापार में और बढ़ोतरी करना चाहते हैं, आसियान देश भारत से ज्यादातर कृषि उत्पाद खरीदते हैं जिससे भारतीय किसानों को फायदा होता है।