नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से जनवरी के बीच सरकार को इनडायरेक्ट टैक्स से मिलने वाला रेवेन्यू 23.9 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन इस दौरान 10.79 प्रतिशत अधिक हुआ है।
जनवरी अंत में कुल डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 12.85 लाख करोड़ रुपए रहा, जो इस साल के 16.99 लाख करोड़ रुपए लक्ष्य का 76 फीसदी है।
- जनवरी के अंत में कुल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 5.82 लाख करोड़ रुपए रहा है।
- इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 7.03 लाख करोड़ रुपए रहा है।
- यह वृद्धि व्यक्तिगत इनकम टैक्स और एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी से आई है।
- डायरेक्ट टैक्स रेवेन्यू में कॉरपोरेट और व्यक्तिगत इनकम टैक्स शामिल होता है।
- इनडायरेक्ट टैक्स में एक्साइज, सर्विस टैक्स और कस्टम ड्यूटी आता है।
- ग्रॉस कॉरपोरेट इनकम टैक्स कलेक्शन में 11.7 प्रतिशत की वृद्धि आई है, जबकि व्यक्तिगत इनकम टैक्स कलेक्शन 21 प्रतिशत बढ़ा।
- हालांकि रिफंड के बाद कॉरपोरेट इनकम टैक्स ग्रोथ 2.9 प्रतिशत और व्यक्तिगत इनकम टैक्स ग्रोथ 23.1 प्रतिशत रही।
- अप्रैल-जनवरी के दौरान 1.41 लाख करोड़ रुपए का रिफंड किया गया है, जो पिछले साल के मुकाबले 41 प्रतिशत अधिक है।
- इस दौरान एक्साइज ड्यूटी का कलेक्शन 40.5 प्रतिशत वृद्धि के साथ 3.13 लाख करोड़ रुपए रहा है।
- सर्विस टैक्स कलेक्शन भी 22 प्रतिशत वृद्धि के साथ 2.03 लाख करोड़ रुपए रहा।
- कस्टम ड्यूटी का कलेक्शन पहले 10 महीनों में 4.7 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1.86 लाख करोड़ रुपए रहा।