नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइंस इंडिगो क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के जरिए 4000 करोड़ रुपये जुटाएगी। एयरलाइंस को ऑपरेट करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के बोर्ड ने आज रकम जुटाने को मंजूरी दे दी। कंपनी ने जानकारी दी कि उसके बोर्ड ने सोमवार को हुई बैठक में क्यूआईपी के जरिए रकम जुटाने को मंजूरी दे दी है। ये रकम अधिकतम 4000 करोड़ रुपये होगी। फिलहाल एयरलाइंस का मार्केट कैप 36667 करोड़ रुपये है।
कोरोना संकट की वजह से लॉक़डाउन, हवाई यात्राओं पर लगे प्रतिबंधों का सबसे ज्यादा असर एविएशन सेक्टर पर देखने को मिला है। दुनिया भर की एविएशन कंपनियों के अधिकांश विमान फिलहाल जमीन पर हैं। भारत में फिलहाल घरेलू उडानों को मंजूरी मिल चुकी है लेकिन ये मंजूरी भी एक सीमा में है, जिससे एविएशन कंपनियों की आय पर काफी दबाव बन गया है, और वो नकदी संकट में हैं। क्रिसिल के अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2020 से 2022 के बीच घरेलू एयरलाइंस को आय में 1.3 लाख करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ सकता है।
एयरलाइंस को मार्च तिमाही में 871 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। एक साल पहले एयरलाइंस को 596 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। फिलहाल एयरलाइंस लागत घटाने और नकदी जुटाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।