नई दिल्ली। इंटरग्लोब एविएशन के प्रवर्तकों के बीच कंपनी संचालन के मुद्दे को लेकर चल रही लड़ाई अब खत्म होती नजर आ रही है। सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तकों में मतभेद जारी रहने के बीच, इंटरग्लोब एविएशन के निदेशक मंडल ने संबंधित पक्ष के साथ लेनदेन पर नई नीति को मंजूरी दे दी है।
सह-प्रवर्तक राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल के बीच मतभेद इस माह की शुरुआत में तब खुलकर सबके सामने आ गए थे, जब गंगवाल ने कंपनी में कॉरपोरेट प्रशासन नियमों के उल्लंघन की शिकायत करते हुए सेबी को पत्र लिखा था। भाटिया पक्ष ने इन आरोपों को खारिज किया था।
सूत्रों ने बताया कि संबंधित पक्ष लेनदेन पर नई नीति को निदेशक मंडल ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी। कंपनी के बोर्ड की बैठक, जिसमें गंगवाल और भाटिया सहित कुल 6 सदस्य हैं, दो दिन 19 व 20 जुलाई को हुई थी।
नई पॉलिसी के तहत, 2 करोड़ रुपए से अधिक के संबंधित पक्ष लेनदेन के लिए बाहरी सलाह ली जाएगी और इस तरह के ठेके के लिए बोली प्रक्रिया को अनिवार्य बनाया जाएगा। इसके अलावा, संबंधित पक्ष लेनदेन में किसी भी बदलाव के लिए कंपनी के स्वतंत्र निदेशकों की सर्वसम्मति से मंजूरी लेनी होगी।
इसके अलावा निदेशक मंडल ने बोर्ड सदस्यों की संख्या भी बढ़ाने का फैसला किया है। निदेशक मंडल के सदस्यों की संख्या अब 6 के बजाये 10 होगी और बोर्ड में चार स्वतंत्र निदेशक शामिल किए जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि भाटिया समूह सीईओ सहित पांच सदस्यों को बोर्ड में नामित करेगा।
इंटरग्लोब एविएशन देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का परिचालन करती है। सूत्रों ने दावा किया है कि सह-प्रवर्तकों के बीच मतभेद अब सुलझा लिए गए हैं और कंपनी अब वृद्धि के पथ पर अग्रसर है। सूत्र ने कहा कि जो कुछ भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था, उसने भरोसा जताया कि कंपनी अब और मजबूत होकर उभरेगी।