नई दिल्ली। इंटरग्लोब एविएशन को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2,844 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की परिचालक कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1,203 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। इस दौरान कोरोना वायरस महामारी की वजह से एयरलाइन का परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ, तिमाही के दौरान आधे से अधिक वक्त तक सामान्य उड़ानें पूरी तरह से बंद रही, जिससे आय में तेज गिरावट दर्ज की गई। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा तिमाही के दौरान उसकी कुल आय 88 प्रतिशत घटकर 1,144 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 9,787 करोड़ रुपये रही थी।
तिमाही के दौरान एयरलाइन की परिचालन से आय 92 प्रतिशत घटकर 766.7 करोड़ रुपये रह गई। एयरलाइन ने कहा कि 24 मई तक महामारी की वजह से परिचालन बंद रहने से उसका तिमाही नतीजा प्रभावित हुआ है। उसके बाद भी परिचालन काफी सीमित है। 25 मई से घरेलू उड़ानें शुरू हो गई हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानें अब भी बंद हैं। एयरलाइन ने कहा कि जून तिमाही में औसत किराया 11.1 प्रतिशत बढ़कर 4.53 रुपये प्रति यात्री प्रति किलोमीटर रहा। इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रोनोजॉय दत्ता ने कहा, ‘‘इस समय विमानन उद्योग अपने को बाजार में टिकाये रखने के संकट से जूझ रहा है। ऐसे में हमारी शीर्ष प्राथमिकता नकदी को बचाने की है।’’ जून के अंत तक इंडिगो के बेड़े में कुल 274 विमान थे। जून तिमाही के अंत तक इंडिगो का नकद अधिशेष 18,450 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी पर कुल 23,552 करोड़ रुपये का कर्ज भार था जिसमें 21,178 करोड़ रुपये का दायित्व परिचालन पट्टे की देनदारी थी जिसे पूंजीगत देनदारी का रूप दिया गया था।