नई दिल्ली। निजी विमानन कंपनी इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन को 31 मार्च में समाप्त चैथी तिमाही में लगभग स्थिर रुख के साथ 579.31 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ। कंपनी ने एक साल पहले की समान तिमाही में 577.33 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था।
मार्च में 78 लाख से अधिक लोगों ने की हवाई यात्रा
कंपनी का कहना है कि आलोच्य तिमाही में जहां उसका खर्च बढ़ा है वहीं यात्रियों की संख्या में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस दौरान कंपनी की कुल परिचालन आय 4090.68 करोड़ रुपए रही। वहीं 31 मार्च को समाप्त पूरे वित्त वर्ष के लिए इंडिगो का शुद्ध लाभ 1,989.72 करोड़ रुपए व कुल परिचालन आय 16,139.90 करोड़ रुपए रही।
एयर इंडिया को इक्विटी निवेश की पूरी राशि देने की सिफारिश
संसद की एक समिति ने एयर इंडिया में 3901.49 करोड़ रुपए के इक्विटी निवेश की पूरी राशि बहाल करने की सिफारिश करते हुए कहा कि वित्तपोषण में किसी तरह की कमी कंपनी के वित्तीय व परिचालनगत निष्पादन को प्रभावित कर सकती है।
पर्यटन, परिवहन व संस्कृति संबंधी संसद की स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट में उक्त सिफारिश की है। समिति के अध्यक्ष तृणमूल कांग्रेस के सांसद केडी सिंह ने कहा कि सरकार ने एयर इंडिया की पुनरुत्थान योजना (टीएपी) या वित्तीय पुनर्गठन योजना (एफआरपी) के तहत 30,231 करोड़ रुपए के राहत पैकेज के तहत कंपनी को इस वित्त वर्ष के लिए 1,713 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं, जबकि कंपनी ने 3901.49 करोड़ रुपए का आग्रह किया था। हालांकि टीएपी (या एफआरपी) के तहत एयर इंडिया को मौजूदा वित्त वर्ष में इक्विटी निवेश के रूप में 3,016 करोड़ रुपए दिए जाने हैं। समिति ने कहा है, टीएपी के तहत 2016-17 के लिए प्रतिबद्ध कोष आवंटन एयर इंडिया को उपलब्ध नहीं कराया गया है।