नयी दिल्ली। विमान सेवा देने वाली इंडिगो ने सोमवार को कहा कि कंपनी के वरिष्ठ कर्मचारी सितंबर तक हर महीने चार दिन तक अनिवार्य रूप से बिना वेतन अवकाश (एलडब्ल्यूपी) पर जाएंगे। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण यात्रियों की संख्या में कमी को देखते हुए कंपनी ने यह कदम उठाया है। इंडिगो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (उड़ान परिचालन) अशीम मित्रा ने एयरलाइन के पायलटों को भेजे ई-मेल में कहा, ‘‘महामारी की दूसरी लहर हम सभी के लिये कठिन है। इसके कारण यात्री संख्या कम हुई है। ऐसे में हमें वाणिज्यिक उड़ानों में कटौती करनी पड़ी है।’’
उन्होंने कहा कि क्षमता में कमी के कारण एयरलाइन सभी कर्मचारियों के लिये एलडब्ल्यूपी व्यवस्था लागू करेगी। यह 1.5 से 4 दिन का होगा जो कर्मचारी समूह पर निर्भर करेगा। बी और ए- बैंड में आने वाले कर्मचारियों को इसमें शामिल नहीं किया गया है। एयरलाइन के ज्यादातर कर्मचारी बी और ए-बैंड में ही हैं। यह सबसे निचला बैंड है। मित्रा के अनुसार, ‘‘सभी पायलट एक जून, 2021 से अगले तीन महीने तीन दिन का एलडब्ल्यूपी लेंगे।’’
एयरएशिया इंडिया के यात्रियों को बड़ी राहत
एयरएशिया इंडिया ने दिल्ली, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु और महाराष्ट्र द्वारा लॉकडाऊन या सख्त पाबंदियों को बढ़ाये जाने के बाद इन स्थानों के लिए या यहां से शुरु होने वाली उड़ानों के टिकट करवाने और उड़ान का पुनर्निर्धारण करने की नि:शुल्क सुविधा दी है। सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। कर्नाटक, दिल्ली और तमिलनाडु की सरकारों ने लॉकडाउन को सात जून तक के लिए बढ़ा दिया है। पश्चिम बंगाल ने इसे 15 जून तक बढ़ाया है। कोविड की दूसरी लहर के बीच महाराष्ट्र 22 अप्रैल को लॉकडाउन जैसा प्रतिबंध लगाने वाला देश का पहला राज्य था। महाराष्ट्र ने प्रतिबंधों को 15 जून तक बढ़ा दिया है। एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि एयरएशिया इंडिया के सभी ग्राहक, जिन्होंने इन राज्यों में लॉकडाउन की घोषणा से पहले अपनी उड़ान की टिकटें बुक की थीं, वे बिना किसी परिवर्तन शुल्क या रद्दीकरण शुल्क के टिकट रद्द करने या उड़ान बदलने का विकल्प चुन सकते हैं।