नई दिल्ली। देश का आलू उत्पादन इस साल करीब 4.7 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह 2014 में सर्वकालिक उत्पादन स्तर के काफी करीब है। फसल वर्ष 2015-16 (जुलाई-जून) में आलू का उत्पादन 4.34 करोड़ टन रहा था। पिछला रिकॉर्ड 4.8 करोड़ टन का है जो 2014-15 में हासिल हुआ था।
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (एनएचबी) के प्रबंध निदेशक एके सिंह ने कहा कि फसल की स्थिति तथा मंडियों में आवक को देखते हुए हमारा मानना है कि कुल उत्पादन रिकॉर्ड स्तर के करीब रहेगा। इस साल आलू का उत्पादन 4.7 करोड़ टन रहेगा।
आलू उत्पादन में प्रमुख तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार में फसल की स्थिति बहुत अच्छी है। राज्यों से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में, जो आलू उत्पादन में देश में सबसे आगे है, इस साल 1.5 करोड़ टन आलू पैदावान होने की उम्मीद है, पिछले साल यहां 1.38 लाख टन उत्पादन हुआ था। पश्चिम बंगाल और बिहार में भी पिछले साल की तुलना में बेहतर उत्पादन की उम्मीद है। 2015-16 में यहां क्रमश: 80 लाख टन और 60 लाख टन पैदावार हुई थी।
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आलू का उत्पादन होता है इसलिए केंद्र सरकार ने यहां कि किसानों को नुकसान से बचाने के लिए आलू खरीद शुरू की है। केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश से 1 लाख टन आलू की खरीद 4.87 रुपए प्रति किलो की दर से कर रही है।