नई दिल्ली। पिछले 6 साल के दौरान भारत में पेट्रोल पंपों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। भारत दुनियाभर में अमेरिका और चीन के बाद तेल का तीसरा बड़ा कंज्यूमर बन गया है। तेल मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में इस समय कुल 60,799 पेट्रोल पंप हैं, जबकि साल 2011 के दौरान भारत में 41,947 पेट्रोल स्टेशन थे। यानि 6 साल के दौरान भारत में पेट्रोल पंपों की संख्या में 45 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
कुल 60,799 पेट्रोल पंपों में से 55,325 पंप सरकारी ऑयल कंपनियों के और बाकी 5,474 पंप निजी कंपनियों के हैं, जिनमें 3,980 पंप रूसी कंपनी एस्सार ऑयल के हैं। एस्सार ऑयल का हाल ही में रूसी कंपनी रोसनेफ्ट ने अधिग्रहण किया है, साल 2011 में एस्सार ऑयल रूसी कंपनी नहीं थी और उस समय उसके 1382 पेट्रोल पंप होते थे। यानि 3 साल में इसने अपने पंपों की संख्या में करीब 3 गुना बढ़ोतरी की है। मार्च 2019 तक यह कंपनी अपने पंपों की संख्या बढ़ाकर 5600 तक पहुंचाने जा रही है।
सरकारी ऑयल कंपनियों के पास जो 55,325 पेट्रोल पंप हैं उनमें सबसे अधिक इंडियन ऑयल के पास 26,489, फिर हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पास 14,675 और उसके बाद भारत पेट्रोलियम के पास 14161 पंप हैं। निजी कंपनियों में एस्सार ऑयल के अलावा 1400 पेट्रोल पंप रिलायंस इंडस्ट्री और 90 पेट्रोल पंप रॉयल डच्च शेल कंपनी के हैं।