जिनेवा। स्विटजरलैंड ने कालेधन के मुद्दे पर भारत को आगे बढ़कर सहयोग देने का आश्वासन दिया है। इस बारे में विस्तृत बातचीत के लिए उसने अपने एक शीर्ष अधिकारी को भारत भेजने पर सहमति जताई है। स्विटजरलैंड के बैंकों में रखे भारतीयों के कालेधन का पता लगाने के लिए भारत लगातार प्रयास करता रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्विस राष्ट्रपति जोहान श्नाइडर-अम्मान के साथ बातचीत में भारतीयों द्वारा कर चोरी और कालेधन के मुद्दे को उठाया जिसके बाद स्विस राष्ट्रपति ने भारत के साथ इस मामले में सहयोग का स्तर बढ़ाने की पेशकश की। श्नाइडर-अम्मान ने कहा कि उनकी सरकार अंतरराष्ट्रीय वित्तीय मामलों पर बातचीत को लेकर अपने एक वरिष्ठ अधिकारी को भारत भेजेगी जो कि इस मामले में सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं का पता लगाएगा।
कालेधन को वापस लाना नरेन्द्र मोदी का चुनावी वादा
भारत और स्विटजरलैंड के बीच यह अहम पहल होगी क्योंकि विदेशों से कालेधन को वापस लाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रमुख चुनावी वादों में रहा है। वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान विदेशों से कालेधन को वापस लाना का भाजपा ने बढ़-चढ़कर वादा किया था। मोदी ने श्नाइडर-अम्मान के साथ एक संयुक्त मीडिया सम्मेलन में कहा, कालेधन और कर चोरी की समस्या का मुकाबला करना हमारी साझा प्राथमिकता है। हमने कर चोरी के दोषियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए त्वरित सूचना आदान प्रदान की जरूरत पर भी विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा, सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान के समझौते पर बातचीत जल्द शुरू करने का मामला इस संबंध में काफी महत्वपूर्ण होगा।
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एचएसबीसी बैंक में खाता रखने वाले भारतीय का ब्यौरा भारत को मिला
स्विटजरलैंड के राष्ट्रपति ने इस दौरान कहा कि कर धोखाधड़ी और कर चोरी को रोकने के मामले में भारत और स्विटजरलैंड काफी प्रगति कर रहे हैं। स्विस सरकार द्वारा जारी प्रेस वक्तव्य में कहा गया, बातचीत के दौरान वित्तीय नीति से जुड़े मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया गया। स्विटजरलैंड और भारत ने इस मामले में कर धोखाधड़ी और कर अपवंचना करने वालों के खिलाफ कारवाई करने के अपने साझा संकल्प पर जोर दिया और इस क्षेत्र में अपने उच्च स्तरीय सहयोग को रेखांकित किया।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पिछले महीने कहा कि भारत ने स्विटजरलैंड के साथ एक समझौता किया है और इसके तहत उसे एचएसबीसी में खाता रखने वाले भारतीय का ब्यौरा प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा, हमने उन लोगों का आकलन पूरा कर लिया है जिनके एचएसबीसी स्विटजरलैंड में खाते हैं। हमने एचएसबीसी में 6,000 करोड़ रुपए के कालेधन का आकलन किया है। हमने ऐसे लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए हैं।
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