वॉशिंगटन। भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में जारी उदारीकरण से वैश्विक निवेशक समुदाय को यह सकारात्मक संदेश जा रहा है कि यह देश उद्योग-व्यवसाय के लिए तैयार है और सुधारों की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अमेरिका के एक व्यावसायिक संगठन ने यह बात कही है।
अमेरिका-भारत व्यावसायिक परिषद (USIBC) के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि पिछले तीन साल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह दिखा दिया है कि वह कड़े और परिवर्तनकारी फैसले लेने में सक्षम हैं। ऐसे फैसले जिनसे यह पता चल सके कि वैश्विक मंच पर भारत को किस तरह समझा जाता है।
मुद्रास्फीति घट रही है। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का आंकड़ा बढ़ रहा है। ऐसे समय जब पूरी दुनिया में एफडीआई गिर रहा है, भारत में बढ़ा है। शेयर बाजार में भी तेजी का रुख बना हुआ है। सेंसेक्स लगातार चढ़ रहा है और बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,000 अरब डॉलर पर पहुंच चुका है। ये सभी अर्थव्यवस्था की बेहतरी के संकेतक हैं।