वाशिंगटन। अमेरिका सरकार की प्रतिभूतियों में भारत का निवेश मई महीने में घटकर 118 अरब डॉलर पर आ गया है। यह इस साल का निचला स्तर है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मिलेजुले रुख के बीच भारत का निवेश कम हुआ है। अमेरिकी वित्त विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत का निवेश 121.6 अरब डॉलर के उच्चस्तर पर पहुंच गया था। मई में इसमें 3.6 अरब डॉलर की कमी आई है। इस साल जनवरी के अंत तक अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत का निवेश 119.8 अरब डॉलर था, जो फरवरी में घटकर 118.8 अरब डालर रह गया। मार्च में यह 118.9 अरब डॉलर था।
अमेरिकी प्रतिभूतियों में चीन का निवेश सबसे अधिक यानी 1,240 अरब डॉलर का है। जापान 1,130 अरब डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर है। ब्रिक (ब्राजील, रूस, भारत, चीन) देशों में अमेरिकी प्रतिभूतियों में चीन और ब्राजील के बाद भारत का निवेश सबसे ज्यादा है। मई में अमेरिकी प्रतिभूतियों में ब्राजील का निवेश 249.5 अरब डॉलर था। वहीं रूस का निवेश घटकर 88.2 अरब डॉलर पर आ गया है।
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