वॉशिंगटन। अमेरिकी सरकार के बांड्स में भारत का निवेश जोरदार बढ़ोतरी के साथ जुलाई में 123.7 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस तरह अमेरिकी बांड्स (प्रतिभूतियों) में निवेश के मामले में भारत 12वें स्थान पर पहुंच गया है।
हालिया महीनों में इन प्रतिभूतियों में भारत के निवेश को लेकर मिलाजुला रुख देखने को मिला है। वहीं इस बीच दुनिया की इस सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में वृद्धि की संभावनाओं में सुधार हुआ है।
- जुलाई में अमेरिकी प्रतिभूतियों में चीन का निवेश 1,220 अरब डॉलर था। जापान का निवेश 1,150 अरब डॉलर था।
- ताजा आंकड़ों के अनुसार अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत का निवेश जुलाई में छह अरब डॉलर से अधिक बढ़कर 123.7 अरब डॉलर हो गया।
- यह जून में 117.2 अरब डॉलर था। इससे पहले अप्रैल में यह 121.6 अरब डॉलर था।
- ब्रिक देशों में अमेरिकी सरकार की प्रतिभूतियों में निवेश के मामले में भारत का स्थान चीन और ब्राजील के बाद आता है।
- ब्राजील का अमेरिकी प्रतिभूतियों में निवेश 254.1 अरब डॉलर है।
- रूस का अमेरिकी प्रतिभूतियों में निवेश 88.2 अरब डॉलर है।
टाटा कम्युनिकेशन मलेशिया और पश्चिम एशिया में करेगी विस्तार
इंटरनेटवर्किंग की मजबूत मांग को देखते हुए भारत की टाटा कम्युनिकेशन मलेशिया और पश्चिम एशिया में क्लाउड डाटा सेंटर आधारभूत ढांचा के दो नए केंद्रों की स्थापना करने पर विचार कर रहा है।
सिंगापुर मुख्यालय वाले टाटा कम्युनिकेशन के वैश्विक उत्पाद एवं डेटा सेवा केंद्र के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीनिवासन सीआर ने कहा कि हम डाटा सेंटर की उपस्थिति का विस्तार जारी रखे हुए हैं। हम मलेशिया और पश्चिम एशिया की ओर ध्यान दे रहे हैं तथा अगले छह से 12 महीनों में अपने क्लाउड कारोबार को बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ नए डेटा केंद्र भी होंगे।