नई दिल्ली: भारत में पेट्रोल, डीजल की खपत में तेजी से विस्तार के बीच पेट्रोलियम ईंधन मांग वर्ष 2016-17 में 7.3 फीसदी बढ़ सकती है। पेट्रोलियम मंत्रालय के मांग अनुमान के मुताबिक ईंधन की खपत 2015-16 में 10.9 फीसदी बढ़कर 18.35 करोड़ टन रही जो अनुमान है, इस साल खपत बढ़कर 19 करोड़ 30 हजार टन तक जा सकती है।
डीजल की खपत जो पिछले वित्त वर्ष में 7.5 फीसदी बढ़कर 7.46 करोड़ टन हो गई वह और 7.7 फीसदी बढ़कर 7.81 करोड़ टन होने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष में पेट्रोल की खपत 12.4 फीसदी बढ़कर 2.414 करोड़ टन हो जाने का अनुमान है। पेट्रोल की खपत 2015-16 में 14.5 फीसदी बढ़कर 2.18 करोड़ टन रही।
तस्वीरों में देखिए क्रूड से जुड़े फैक्ट
Facts of Crude oil
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यह पिछले दो दशक का उच्चतम स्तर है। पेट्रोल एवं डीजल के बीच दाम का फर्क घटने से वाहनों की बिक्री पिछले पांच साल में पिछले साल सबसे तेज रही। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) के निदेशक (वित्त) एके शर्मा ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों का अंतर घटने से लोग पेट्रोल से चलने वाले वाहनों को तरजीह दे रहे हैं।
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