नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के राज में देश के विदेशी पूंजी भंडार नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार 19 मई को समाप्त सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार 400 करोड़ डॉलर बढ़कर 37930 करोड़ डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इसका कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में होने वाली भारी वृद्धि है। यह भी पढ़े: सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों से कॉल रेट कम करने को कहा, जीएसटी से मिलेगा ग्राहकों को लाभ
इससे पूर्व के सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 44.36 करोड़ डॉलर घटकर 375.27 अरब डॉलर रह गया था। रिजर्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में कुल विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां :एफसीए: 39.96 अरब़ डॉलर बढ़कर 355.097 अरब डॉलर की हो गयीं। यह भी पढ़े: बाजार की तेजी में भी ये मिडकैप-स्मॉलकैप म्यूचुअल फंड्स दे रहे है निगेटिव रिटर्न्स, क्या करें निवेशक
डॉलर में अभिव्यक्त किये जाने वाले विदेशी मुद्रा आस्तियां भंडार में रखे यूरो, पौंड और येन जैसी गैर अमेरिकी मुद्राओं की मूल्यवृद्धि और मूल्यह्यास के प्रभावों को भी अभिव्यक्त करती हैं।स्वर्ण आरक्षित भंडार 20.438 अरब डॉलर पर स्थिर बनी रही। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष :आईएमएफ: में विशेष निकासी अधिकार 1.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 1.469 अरब डॉलर हो गया जबकि आईएमएफ में देश का मुद्राभंडार 2.52 करोड़ डॉलर बढ़कर 2.305 अरब डॉलर हो गया। यह भी पढ़े: होंडा का दावा भारत अभी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए तैयार नहीं, ई-सार्वजनिक परिवहन प्रणाली वाला पहला शहर बना नागपुर