नई दिल्ली। देश का विदेशों से लिया गया कर्ज मार्च 2016 के स्तर से सितंबर 2016 को 0.8 अरब डॉलर घटकर 484 अरब डॉलर रह गया।
वित्त मंत्रालय ने ट्विटर पर दी जानकारी में कहा है कि भारत के ऊपर विदेशी कर्ज सितंबर 2016 के अंत में 484.3 अरब डॉलर रहा। यह मार्च 2016 के स्तर से 0.8 अरब डॉलर कम है।
- हालांकि तिमाही आधार पर जून 2016 के मुकाबले सितंबर 2016 में कुल विदेशी कर्ज 476.8 करोड़ डॉलर बढ़ा।
- मंत्रालय ने कहा कि सितंबर 2016 के अंत में दीर्घकालीन कर्ज कुल विदेशी कर्ज का 83.2 प्रतिशत रहा।
- वहीं अल्पकालीन कर्ज 16.8 प्रतिशत रहा।
ग्रामीण, अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में लगातार सातवें साल जमा में वृद्धि
वित्त वर्ष 2015-16 में देश के बैंकों में जहां निजी, कॉरपोरेट और घरेलू जमा 13 प्रतिशत बढ़ी है। वहीं सरकारी जमा में दो प्रतिशत की कमी आई है। लेकिन संपूर्ण तौर पर लगातार सातवें साल जमा में वृद्धि देखी गई है और इसके पीछे अहम कारण ग्रामीण और अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में जमा का बढ़ना है।
- कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी क्षेत्र के बैंक घरेलू जमा को आकर्षित करने में विफल रहे हैं।
- उन्हें अधिकतर जमा कॉरपोरेट और सरकारी क्षेत्र से मिली है, हालांकि अधिकतर सरकारी जमा स्टेट बैंक में ही होता है।
- रिपोर्ट के अनुसार घरेलू और कॉरपोरेट जमा में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि सरकारी जमा लगातार पूरे साल घटी है।
- रिपोर्ट के अनुसार चालू खाते में जमा 10 प्रतिशत, बचत खाते में 16 प्रतिशत और मियादी जमा में आठ प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।