नई दिल्ली। दो महीने की लगातार गिरावट से बाहर निकलते हुए सितंबर महीने में निर्यात 4.62 प्रतिशत बढ़कर 22.9 अरब डॉलर रहा, जो एक अच्छी खबर है। इंजीनियरिंग और रत्न एवं आभूषण जैसे क्षेत्रों में अच्छी वृद्धि से निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले वर्ष इसी महीने में निर्यात 21.8 अरब डॉलर था।
जिन क्षेत्रों में सकारात्मक वृद्धि से निर्यात बढ़ा, उसमें इंजीनियरिंग (6.51 प्रतिशत), रत्न एवं आभूषण (22.42 प्रतिशत), हस्तशिल्प (23 प्रतिशत), परिधान (12.62 प्रतिशत) तथा रसायन (छह प्रतिशत) शामिल हैं।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार हालांकि आयात 2.54 प्रतिशत घटकर 31.22 अरब डॉलर रहा। इससे व्यापार घाटा आलोच्य महीने में कम होकर 8.33 अरब डॉलर रहा। हालांकि व्यापार घाटा पिछले नौ महीने में सबसे अधिक है। दिसंबर 2015 में यह 11.66 अरब डॉलर था। वहीं पिछले साल सितंबर महीने में व्यापार घाटा 10.16 अरब डॉलर था।
भारतीय निर्यात संगठनों का परिसंघ (फियो) ने कहा कि अगर यह प्रवृत्ति बनी रही तो हम चालू वित्त वर्ष में 280 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।
फियो ने बयान में कहा कि सरकार ने जो समर्थन दिया है, उसका असर आने वाले महीनों में निर्यात आंकड़े में दिखेगा।
- चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान निर्यात 1.74 प्रतिशत घटकर 131.4 अरब डॉलर रहा।
- आयात भी 13.77 प्रतिशत की गिरावट के साथ 174.4 अरब डॉलर रहा।
- इससे व्यापार घाटा 43 अरब डॉलर का रहा।
- पेट्रोलियम वस्तुओं का निर्यात सितंबर महीने में 1.43 प्रतिशत घटकर 2.55 अरब डॉलर रहा।
- कमजोर मांग तथा तेल कीमतों में गिरावट से निर्यात में दिसंबर 2014 से मई 2016 तक लगातार 18 महीने गिरावट दर्ज की गई। इस साल जून में निर्यात में
- जरूर वृद्धि हुई लेकिन उसके बाद यह जुलाई-अगस्त में नकारात्मक दायरे में चला गया था।
- जिन क्षेत्रों में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई, उसमें चावल, तंबाकू, काजू, चमड़ा, धागा तथा मानव निर्मित धागा शामिल हैं।