नई दिल्ली। देश में सोने का आयात अप्रैल माह में 67.33 फीसदी घटकर 19.6 टन रह गया। सोना आयात में आई इस भारी गिरावट के लिए आभूषण विक्रेताओं की लंबी चली हड़ताल को मुख्य वजह माना जा रहा है। गौरतलब है कि गैर-चांदी आभूषणों पर बजट में एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाए जाने के विरोध में आभूषण विक्रेताओं एवं निर्माताओं की हड़ताल 42 दिन तक चली। वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा उत्पाद शुल्क अधिकारियों द्वारा प्रताडि़त नहीं किए जाने का आश्वासन देने के बाद यह हड़ताल खत्म हुई।
सोने और चांदी का शोधन करने वाली कंपनी एमएमटीसी पैंप के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, मांग में कमी के चलते अप्रैल 2016 में सोने का आयात 19.6 टन रह गया, जबकि एक साल पहले इसी माह के दौरान 60 टन सोने का आयात किया गया था। उन्होंने बताया कि कुल आयात में इस साल अप्रैल में सर्राफा का आयात (निर्यात के लिए) 13.14 टन रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 54 टन था।
अधिकारी ने बताया कि आभूषण निर्माताओं की हड़ताल के चलते मांग कमजोर रही जिसकी वजह से कम आयात हुआ। इसके अलावा जनवरी और फरवरी में सोने का जो आयात हुआ था उसका ही इस्तेमाल किया गया। मएमटीसी पैंप, सरकारी कंपनी एमएमटीसी और स्विट्जरलैंड की पैंप के बीच एक संयुक्त उद्यम है। कंपनी के अनुसार 2015-16 में अनुमानित तौर पर 750 टन सोने का आयात हुआ, जबकि इससे पिछले साल 971 टन सोना आयात किया गया था। इसमें वह आयात शामिल नहीं है जो निर्यात के लिए आयातित था। भारत दुनिया में सोने का सबसे बड़ा उपभोक्ता है जो हर साल 800-900 टन सोने का आयात करता है।