नई दिल्ली। भारतीयों में विदेश में नौकरी का आकर्षण घट रहा है। एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि विदेशों में जारी राजनीतिक अस्थिरता की वजह से वहां रह रही भारत की उच्च कुशलता वाली प्रतिभाएं अब देश में नौकरी करना चाहती हैं। वैश्विक स्तर पर रोजगार संबंधी सूचनाएं देने वाली बेबसाइट इंडीड द्वारा हाल में जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल अमेरिका में नौकरी के लिए जाने के इच्छुक भारतीयों की संख्या में 38 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं ब्रिटेन जाने के इच्छुक भारतीयों की संख्या 42 प्रतिशत घटी है।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रेक्जिट की वजह से भारतीय नौकरी के लिए ब्रिटेन जाने से कतरा रहे हैं। वहीं जर्मनी और आयरलैंड जैसे देशों में नौकरी पाने के इच्छुक भारतीयों की संख्या बढ़ी हैं। जर्मनी में नौकरी चाहने वाले भारतीयों की संख्या 10 प्रतिशत बढ़ी है। आयरलैंड जाने के इच्छुक भारतीयों की संख्या में 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। खाड़ी देश जाने के इच्छुक भारतीयों की संख्या में भी 21 प्रतिशत की कमी आई है।
इंडीड इंडिया के प्रबंध निदेशक शशि कुमार ने कहा कि,
तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था तथा विदेशों में राजनीतिक अस्थिरता की वजह से अत्यधिक कुशल भारतीय प्रतिभाएं देश में नौकरी ढूंढ रही हैं।
इस बीच, भारत में नौकरी तलाशने वालों की संख्या बढ़ रही है। भारत में नौकरी चाहने वाले ब्रिटेन गए लोगों की संख्या में 25 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। एशिया प्रशांत क्षेत्र से भी यह रुख और ज्यादा दिखाई दे रहा है। एशिया प्रशांत से भारत में नौकरी चाहने वाले ऐसे लोगों की संख्या में 170 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
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विदेश जाने की इच्छा घटने के बावजूद अभी भी सबसे ज्यादा भारतीय अमेरिका जाना चाहते हैं। 49 प्रतिशत भारतीयों ने अमेरिका में रोजगार के लिए जाने की इच्छा जताई है। भारतीय रोजगार के लिए जिन अन्य देशों में जाना पसंद कर रहे हैं उनमें यूएई (16 प्रतिशत), कनाडा (9 प्रतिशत), ब्रिटेन (5 प्रतिशत), सिंगापुर (4 प्रतिशत), आस्ट्रेलिया (3 प्रतिशत), कतर (2 प्रतिशत), दक्षिण अफ्रीका (एक प्रतिशत) और बहरीन (एक प्रतिशत) शामिल हैं।